बरनाला। (अखिलेश बंसल) साल 2017 से जिला स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक नेटबॉल खेल का प्रदर्शन करते आ रहे पंजाब के हजारों नेटबॉल खिलाड़ियों का भविष्य ग्रेडेशन नहीं होने से संकट में है। बच्चों को इस संकट से बाहर निकालने उनके परिजन आगे आए हैं, जिन्होंने नेटबॉल एक्शन कमेटी पंजाब नामक समिति का गठन किया है। जिसने राज्य के खेल विभाग को चेतावनी दी है कि अगर जलिद से जलिद ग्रेडेशन नहीं हुई तो आर-पार की लड़ाई होगी। ग्रेडेशन नहीं करने में शामिल पाए जाने वाले हर दोषी अधिकारी और कर्मचारी को अदालत में घसीटा जाएगा। उन्होंने चेताया है कि खतरे में पड़े 99 फीसद खिलाड़ी किसान व मजदूर परिवारों से संबंधित हैं।
गौरतलब है कि गठित हुई संघर्ष समिति में परमवीर पटियाला को कन्वीनर बनाया गया है, राज कुमार को महासचिव, कृषण सिंह बरनाला को प्रेस सचिव, मुनीश शर्मा बठिंडा को वित्त सचिव और कर्मजीत सिंह मानसा को कार्यकारिणी कमेटी का मुख्य पद का कार्यभार दिया है। नेटबॉल संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव राज कुमार और प्रेससचिव कृषण सिंह ने बताया है कि पंजाब राज्य के विभिन्न जिलों में हजारों की संख्या में नेटबॉल खिलाड़ी हैं, जो वर्ष 2017 से लगातार नेटबॉल प्रमोशन एसोसिएशन रजि. पंजाब संस्था के बैन्नर तले खेल का प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इस संस्था के अधीन पंजाब के खिलाड़ी अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर रजत व कांस्य पदक हासिल कर चुके हैं और राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक हासिल कर चुके हैं।
प्रदेश की यह खेल संस्था को नेशनल स्पोर्ट्स बॉडी नेटबॉल फेडरेशन आफ इंडिया (एनएफआई) से मान्यता प्राप्त है, जो खुद भी भारतीय ओलंपिक संघ और खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसके बावजूद राज्य का खेल विभाग, नेटबॉल (ओपन पदक हासिल) की ग्रेडिंग नहीं कर रहा है। संघर्ष समिति के अधिकारियों ने कहा है कि ग्रेडेशन करवाने के लिए खिलाड़ी व खुद नेटबॉल संस्था भी पंजाब सरकार से कई बार अनुरोध कर चुके हैं कि पदक विजेता प्रमाणपत्रों को मान्यता दी जाए, लेकिन पंजाब ओलंपिक एसोसिएशन के अधिकारी मान्यता देने को तैयार नहीं। जिसको लेकर भारतीय ओलंपिक संघ और खेल मंत्रालय भारत सरकार भी हैरान हैं। संघर्ष समिति ने कहा है कि उनकी ओर से राज्य के खेल मंत्री, खेल विभाग और पंजाब ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष से पंजाब के नेटबॉल खिलाड़ियों की ग्रेडेशन सुनिश्चित करने, भारतीय ओलंपिक संघ के संविधान के अनुरूप नेटबॉल प्रमोशन एसोसिएशन रजि. पंजाब को मान्यता देने के लिए फिर अनुरोध किया है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर पंजाब ओलंपिक एसोसिएशन, खेल विभाग पंजाब में से किसी को भी लापरवाह पाया गया तो पंजाब में संघर्ष का बिगुल बजाया जाएगा।