नई दिल्ली। जेएनयू के साबरमती छात्रावास के दोनों वार्डन ने सोमवार को छात्रों की सुरक्षा नहीं कर पाने के चलते कथित रूप से इस्तीफा दे दिया। वार्डन ने कहा कि इस्तीफे का कदम उन्होंने नैतिक आधार पर उठाया है। उनका मानना है कि वह अपना कार्य ठीक से नहीं कर पाए। वह हॉस्टल में रहने वालों को सुरक्षा नहीं दे पाए। वार्डन रामावतार मीणा और प्रकाश चंद्र साहू के करीबी सूत्रों ने बताया कि जब वह हॉस्टल पहुंचे तो छात्रों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और उन पर सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाया। बता दें कि रविवार को नकाबपोश लोगों ने जेएनयू के हास्टल पर हमला बोल दिया था उनके हाथों में हॉकी, ठंडे थे। इन लोगों ने कई छात्रों को घायल किया और तोड़फोड़ भी की। जेएनयू अध्यक्ष के साथ भी मारपीट की गई जिसमें उनका सर फट गया। सूत्रों के अनुसार छात्रों ने दोनों वार्डन से इस्तीफा पत्रों पर जबरन हस्ताक्षर करवाए। मीणा और साहू ने कहा कि नकाबपोश लोगों के समूह ने उन्हें धमकाया, जिसके बाद वह परिसर छोड़कर भाग निकले।