डीसी अजय कुमार की तबीयत बिगड़ने के कारण 23 अक्टूबर को नहीं हो सकी थी वोटिंग
14 में से 10 पार्षदों ने डीसी से मिल की थी वोटिंग की मांग
Rohtak News (आज समाज) रोहतक: पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा केू खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने वाली भाजपा प्रत्याशी व रोहतक जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा की कुर्सी पर फैसला आज होगा। गत कुछ दिन पहले 14 में से 10 पार्षदों ने मंजू हुड्डा के खिलाफ डीसी को ज्ञापन सौंपा था। पार्षदों ने मांग की थी कि मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाए और वोटिंग कराई जाए। डीसी अजय कुमार गत 23 अक्टूबर को वोटिंग कर दिन तय किया था। लेकिन डीसी अजय कुमार कीह तबीयत ठीक न होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं हो सकी थी। इसके बाद वोटिंग के लिए 30 अक्टूबर का दिन तय किया गया था।
वहीं वोटिंग की तारीख टालने पर पार्षदों ने इस दौरान जिला विकास भवन की गई गाड़ियों में भी हथियार मिले थे। इससे पहले जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा व उनके पति राजेश सरकारी का पार्षद बेटे के अपहरण केस में भी नाम आया है। 23 अक्टूबर को वोटिंग स्थगित होने के बाद पुलिस ने विकास भवन में खड़ी गाड़ियों की चेकिंग की तो उनमें से 5 हथियार मिले। जिसके बाद माहौल गरमा गया। वहीं चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के एक समर्थक अमित कुमार घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती हुए और पार्षदों पर मारपीट करने के आरोप लगाए।
जिप चेयरपर्सन बनने के बाद भाजपा में शामिल हुई थी मंजू हुड्डा
इससे पहले मंजू हुड्डा और उनके पति राजेश सरकारी पर पार्षद नीलम के बेटे को किडनैप करने के भी आरोप लगे थे। जिसे दोनों ने ही नकार दिया था। बता दें कि चेयरपर्सन मंजू हुड्डा इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वह हार गई थीं। करीब 2 साल पहले रोहतक जिला परिषद का चुनाव हुआ था, जिसमें पहली बार जीतकर आई मंजू हुड्डा को चेयरपर्सन बनाया गया था। चेयरपर्सन बनने के बाद मंजू हुड्डा ने भाजपा का दामन थाम लिया।
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