Vladimir Putin: पीएम मोदी के मेक इन इंडिया अभियान से सीखें रूसी बिजनेसमैन

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Vladimir Putin
रूस में आयोजित आठवें ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के कार्यक्रम को संबोधित करते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन।

Aaj Samaj (आज समाज), Vladimir Putin, मास्को: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत सरकार के ‘मेक इन इंडिया प्रोग्राम’ की जमकर तारीफ की है। साथ ही उन्होंने अपने देश के कारोबारियों को भारत से सीखने की सलाह दी है। रूस में आयोजित आठवें ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम (ईईएफ) के कार्यक्रम में पुतिन अपने आटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े बिजनेसमैन से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, पीएम मोदी ‘मेक इन इंडिया प्रोग्राम’ को प्रमोट कर अपने देश के लिए बहुत सही काम कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में भारत पहले ही अपनी नीतियों की मिसाल स्थापित कर चुका है।

यूक्रेन युद्ध के चलते चरमरा गई है रूस की अर्थव्यवस्था

बता दें कि युक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लागू किए हैं और यही वजह है कि वर्तमान में रूस की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। ऐसे में व्लादिमीर पुतिन उद्योग जगत को पीएम मोदी की तर्ज पर देश को आत्मनिर्भर बनने की सीख दे रहे हैं।

भारत जैसे साझेदारों को फॉलो करना चाहिए

व्लादिमीर पुतिन ने ईईएफ के कार्यक्रम में अपने देश के व्यापारियों से यह भी कहा, मुझे लगता है, हमें अपने भारत जैसे कई साझेदारों को फॉलो करना चाहिए। उन्होंने कहा, वे भारतीय निर्मित वाहनों के निर्माण व उपयोग पर फोकस कर रहे हैं। पुतिन ने कहा, हमारे पास रूस में निर्मित आॅटोमोबाइल हैं और हमें उनका उपयोग करना चाहिए। यह बिल्कुल ठीक है। ऐसा करने से डब्ल्यूटीओ दायित्वों की कोई अवहेलना नहीं होगी।

एक निश्चित सीरीज बनानी चाहिए

व्लादिमीर पुतिन ने यह भी कहा, हमें इसके बारे में एक निश्चित सीरीज बनानी चाहिए। विभिन्न वर्गों के अधिकारी कार चला सकते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग घरेलू स्तर पर निर्मित कारों का उपयोग करें। आप शायद इन कारों की खरीद जारी रखने के प्रस्ताव के बारे में जानते हैं। ऐसा करना आसान होगा, क्योंकि लॉजिस्टिक्स सुव्यवस्थित है।

भारत-मिडल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर से हमें फायदा होगा

रूसी राष्ट्रपति ने माना कि भारत-मिडल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर से हमें फायदा होगा। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि इस प्रोजेक्ट से हमें लॉजिस्टिक्स विकसित करने में ही मदद मिलेगी। सबसे पहले, इस प्रोजेक्ट पर लंबे समय से चर्चा हो रही है। अमेरिकियों ने अंतिम क्षण में इस ट्रेन में छलांग लगाई है, पर उनके लिए, मुझे इस परियोजना में शामिल होने का कोई मतलब नहीं दिखता।

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