Vivek Agnihotri: बांग्लादेश के हालात पर फिल्म निर्माता चिंतित, बोले क्रांति से कभी नहीं बदलेगा जीवन

0
136
Vivek Agnihotri बांग्लादेश के हालात पर फिल्म निर्माता चिंतित, बोले क्रांति से कभी नहीं बदलेगा जीवन
Vivek Agnihotri : बांग्लादेश के हालात पर फिल्म निर्माता चिंतित, बोले क्रांति से कभी नहीं बदलेगा जीवन

Filmmaker Vivek Agnihotri News,(आज समाज), मुंबई: पड़ोसी देश बांग्लादेश के हालात पर फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने गहरी चिंता जताई है। ‘द कश्मीर फाइल्स’ के साथ सुर्खियों में आए इस फिल्ममेकर ने कहा है कि क्रांति से जीवन नहीं बदलेगा। बता दें कि विवेक अग्निहोत्री सोशल मीडिया पर अपनी बातों को कड़क लहजे में रखने के लिए जाने जाते हैं।

बांग्लादेश की सड़कों पर सभी भीड़ न तो छात्र,न क्रांतिकारी

अग्निहोत्री ने अपनी एक पोस्ट का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, माफ करना मीडिया, बांग्लादेश की सड़कों पर मौजूद सभी भीड़ न तो छात्र हैं और न ही क्रांतिकारी, बल्कि उनमें से कई ठग और भूखे लोग हैं जो कुछ लूटने की ताक में हैं। अधिकांश क्रांतियां विफल हो जाती हैं क्योंकि कई तथाकथित क्रांतिकारी वास्तव में गरीब और भूखे लोग होते हैं जो मानते हैं कि क्रांति के बाद उनका जीवन बदल जाएगा, जो कभी नहीं होगा।

विवेक अग्निहोत्री ने लिखा, बाकी भीड़ मनोरंजन के लिए है। लोग टीवी पर ऐसी फ्लैश-क्रांति देखना लाइक करते हैं। नेटफ्लिक्स से एक अच्छा ब्रेक। आधुनिक दुनिया की दुखद कहानी: पुरानी मूर्तियां ध्वस्त कर दी जाती हैं, लेकिन उन्हें खड़ा करने के लिए कोई नई कानून नहीं हैं।

देश छोड़ भारत आईं शेख हसीना

बता दें कि राजधानी ढाका में उग्र होते प्रदर्शनों से बिगड़े हालात को देखते हुए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पिछले कल सोमवार को पद से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद सेना के हेलीकॉप्टर से वह देश छोड़ भारत आ गईं।
हसीना के इस्तीफे के बाद ढाका में हजारों प्रदर्शनकारियों ने उनके आवास के अंदर धावा बोलकर टीवी सेट, रेफ्रिजरेटर, बर्तन और फर्नीचर सहित कई चीजें या तो लूट ली या तोड़ दीं। पड़ोसी मुल्क से जो वीडियो सामने आ रहे हैं, वो हैरान करने वाले हैं।

हिंसक प्रदर्शनों का कारण

शेख हसीना सरकार के खिलाफ ये बिगुल 1971 में बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए कई सिविल सेवा सर्विसेज में आरक्षण के ऐलान के बाद हुआ. कोटा कुछ हद तक भले सरकार ने वापस ले लिए हो. लेकिन विरोध प्रदर्शन के बाद व्यवस्था बहाल करने के लिए सेना बुलाने और इस दौरान हुई हिंसा में सैंकड़ों छात्र की मौत हुई थी, जिसके बाद मामला और उग्र हो गया. इस मामले पर अब