Vitamin D: विटामिन डी हमारे शरीर के लिए एक जरूरी पोषक तत्व है। हड्डियों व दांतों की मजबूती, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और दिमागी विकास के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी होता है। यूं तो विटामिन डी का सबसे अच्छा सोर्स सुबह के सूरज की पहली किरणें हैं, लेकिन आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में लोग सुबह जल्दी उठना नहीं चाहते हैं, जिसकी वजह से उन्हें विटामिन डी की कमी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लोग विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए गोलियों और सप्लीमेंट का सहारा लेते हैं।
1. बीच में छोड़ने की गलती न करें
एक्सपर्ट के अनुसार, अक्सर लोग विटामिन डी का सेवन कभी करते हैं, तो कभी नहीं करते हैं। आसान भाषा में कहें तो लोग अपनी सुविधानुसार, कभी विटामिन डी का सप्लीमेंट ले लेते हैं, तो कभी छोड़ देते हैं, जिसकी वजह से लोगों को इसका पूरा फायदा नहीं मिलता है। अगर आप विटामिन डी सप्लीमेंट का पूरा फायदा चाहते हैं, तो इसका सेवन डॉक्टर के दिशा-निर्देश के अनुसार करें। वहीं, जो लोग बिना किसी डॉक्टरी सलाह के विटामिन डी ले रहे हैं, तो यह टॉक्सिसिटी का कारण बन सकता है। इसके कारण भूख न लगना, मांसपेशियों में दर्द रहना जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. के2 और एमके7 लेना भी है जरूरी
शरीर को विटामिन डी का पूरा लाभ मिले, इसके लिए वह के2 और एमके 7 का भी सेवन करें। विटामिन K2 कैल्शियम को आपकी धमनियों तक पहुंचाने में मदद करता है। वहीं, एमके 7 कैल्शियम को हड्डियों तक विस्तारित करता है। आपको विटामिन डी के साथ किस और सप्लीमेंट की जरूरत है इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
3. खाली पेट विटामिन डी लेने से बचें
जो लोग विटामिन डी सप्लीमेंट का सेवन खाली पेट करते हैं, उन्हें भी इसका पूरा फायदा नहीं मिलता है। विटामिन डी एक घुलनशील फैट है, जो मांसपेशियों और हड्डियों में वितरित होता है। अगर आप खाली पेट इसका सेवन करेंगे, तो इसकी प्रभावशीलता कम हो जाएगी। इसलिए विटामिन डी सप्लीमेंट का सेवन हमेशा नाश्ते के बाद ही करें। अगर आप किडनी डिजीज से जूझ रहे हैं, तो सॉल्युबल विटामिन डी का सेवन करें।