प्राचार्य डॉक्टर जगदीश गुप्ता ने इस कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में कहा की ए.आई.एस.एच.ई का डाटा उच्च शिक्षा में गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा व भविष्य की रूपरेखा बनाने में सहायता करेगा। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा की सरकार इस डाटा की सहायता से विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में आवश्यकता अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, ग्रांट देने की प्रक्रिया को सरल बनाने व भविष्य में नेक के प्रत्यापन आदि को साथ जोड़ने जा रही है। इसलिए इसलिए सभी संस्थाओं को शुद्धता के साथ डाटा को भरने वी गुणवत्ता को निर्धारित करने के लिए इसको भरना आवश्यक है। उन्होंने इस कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए हरियाणा सांख्यिकी प्रकोष्ठ, उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा व हरियाणा सांख्यिकी प्रकोष्ठ की डिप्टी डायरेक्टर डॉ वीना वे इस कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर पंकज चौधरी को बधाई दी।
उच्चतर शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण वेब डीसीएफ कैसे भरे पर वर्चुअल वर्कशॉप का आयोजन
Aaj Samaj (आज समाज),पानीपत : स्थानीय आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय पानीपत द्वारा हरियाणा सांख्यिकी प्रकोष्ठ, उच्चतर शिक्षा विभाग तथा शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण 2022-23 पर वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन किया गया इस कार्यशाला में हरियाणा सांख्यिकी प्रकोष्ठ की डिप्टी डायरेक्टर डॉ वीणा वी इस कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर जगदीश गुप्ता द्वारा की गई इस वर्चुअल कार्यशाला के मुख्य वक्ता प्रोफेसर पंकज चौधरी सहायक प्रवक्ता आर्य महाविद्यालय रहे। डिप्टी डायरेक्टर डॉ वीना, इस कार्यशाला में प्राचार्य डॉक्टर जगदीश गुप्ता, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय व राज्य के नोडल अधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया की अब तक ए.आई.एस.एच.ई की 21 ऑफलाइन व ऑनलाइन कार्यशालाओं का आयोजन हो चुका है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा और हरियाणा सांख्यिकी प्रकोष्ठ द्वारा पहली बार यह पहल की गई तथा जिला स्तर पर जिन नोडल अधिकारियों को 2 साल या उससे ज्यादा का अनुभव था उन्हें रिसोर्स पर्सन की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी हरियाणा ने ए आई एस एच ई 100 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया। अपने वक्तव्य में बताया इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए वह शुद्धता से डाटा को भरने के लिए इस तरह की कार्यशाला सभी महाविद्यालय विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
इस कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर पंकज चौधरी ने अपनी प्रेजेंटेशन में ए.आई.एस.एच.ई क्यों जरूरी है वह इसके महत्व के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि यह डाटा किस प्रकार उच्च शिक्षा की दिशा, मानक निर्धारण व नीति निर्धारण में सहायक है। उन्होंने 2022-23 के सर्वेक्षण में वेब डीसीएफ में जो बदलाव हुए हैं उसके बारे में भी प्रतिभागियों को लाइव डेमो देकर विस्तार से बताया। प्रतिभागियों के जो भी प्रश्न थे उनका समाधान किया गया वह पोर्टल के माध्यम से उनका डेमो भी दिया गया। अंत में हरियाणा सांख्यिकी विभाग उच्च शिक्षा भी उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा गवर्नमेंट डिप्टी डायरेक्टर डॉ वीणा वह सभी गणमान्य नोडल अधिकारियों का इस कार्यशाला में भाग लेने पर धन्यवाद किया गया। इस कार्यशाला में मैं डिप्टी डायरेक्टर वीना, रिसोर्स पर्सन प्रोफेसर पंकज चौधरी व पानीपत, कुरुक्षेत्र, भिवानी, रोहतक के विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के नोडल अधिकारी शामिल हुए।