नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों केउग्रऔर हिंसात्मक प्रदर्शन के साथ ही लाल किले की प्राचीर पर तिरंगे झंडे को उतारकर दूसरा झंडा फहराया गया। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से लाल किले को खाली कराया। आईटीओ, नागलोई पर लगातार अराजकता और हिंसा देखने को मिली। पुलिस वालोंपर पत्थर चलाए गए। लाठियों से वार किया गया। पुलिस पर कई स्थानों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की गई। इन सबके बीच आज कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। चोट किसी को भी लगे, नुकसान हमारे देश का ही होगा। देशहित के लिए कृषि विरोधी कानून वापस लो!’ गौरतलब है कि राहुल गांधी आरंभ से ही कृषि कानूनों की खिलाफत कर रहे हैं। किसान संगठनों को कांग्रेस पार्टी समर्थन दे रही है। उन्होंने बार-बार केंद्र सरकार और पीएम मोदी की आलोचना की है। बता दें कि आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर कृषि कानूनों के विरोध मेंकिसानों की ट्रैक्टर रैली प्रस्तावित थी। लेकिन, शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जाने वाली यह रैली हिंसक प्रदर्शन में बदल गई। इससे पहले सोमवार को तमिलनाडु में राहुल ने कहा था कि प्रधानमंत्री किसानों पर हमला कर रहे हैं। वह तीन कृषि कानून लाकर भारतीय कृषि को बर्बाद करना चाहते हैं और इसे दो-तीन बड़े उद्योगपतियों के हाथ में सौंपना चाहते हैं। इनमें से एक कानून स्पष्ट कहता है कि किसान अपनी सुरक्षा के लिए अदालत नहीं जा सकेंगे। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को समाप्त कर रही है।
हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। चोट किसी को भी लगे, नुक़सान हमारे देश का ही होगा।
देशहित के लिए कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 26, 2021