Aaj Samaj (आज समाज), Violence In Manipur, इंफाल: जातीय संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर में हिंसक घटनाएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब राज्य के जिरीबाम जिले में तनाव के बाद अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जिले में एक समुदाय के 59 वर्षीय एक व्यक्ति की दूसरे समुदाय के कथित उग्रवादियों द्वारा हत्या किए जाने के बाद तनाव शुरू हुआ है। मृतक की पहचान सोइबाम सरतकुमार सिंह के रूप में हुई है। सरतकुमार सुबह अपने खेत में जाने के बाद लापता था।
शव पर नुकीली चीज से किए गए घाव के निशान
एक अधिकारी ने बताया कि बाद में उसका शव मिला, जिस पर किसी नुकीली चीज से किए गए घाव के निशान थे। उन्होंने बताया कि इस घटना से नाराज स्थानीय लोगों ने एक खाली पड़े ढांचे में आग लगा दी। इसके अलावा जिरीबाम पुलिस थाने के सामने विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि चुनाव के मद्देनजर उनसे लिए गए उनके लाइसेंसी हथियार उन्हें लौटा दिए जाएं। जिरीबाम में मेइती, मुस्लिम, नगा, कुकी और गैर-मणिपुरी लोग रहते हैं। यह इलाका पिछले साल मई से मणिपुर में जारी जातीय संघर्ष से अब तक अप्रभावित रहा था।
राज्य में मई -2023 से चल रहा विवाद
मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में मणिपुर के पहाड़ी जिलों में तीन मई 2023 को ह्यआदिवासी एकजुटता मार्चह्ण का आयोजन किया गया था। इस मार्च के कारण मेइती और कुकी समुदायों के बीच जातीय झड़पें हुईं जिसमें 200 से अधिक लोगों की जान चली गई।
स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में, मास्टरमाइंड गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिरीबाम और निकटवर्ती तामेंगलोंग जिले में राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों सहित सुरक्षाबलों की बड़ी टुकड़ी तैनात की गई है। एक संयुक्त नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है। शुक्रवार को स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में रही। इस बीच खबर है कि मणिपुर में हिंसा बढ़ाने की अंतरराष्ट्रीय साजिश के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह सुरक्षा बलों पर हुए हमलों में भी शामिल था।
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