Harayana News Vinesh Phogat : कांग्रेस ने महिला पहलवान विनेश फोगाट को दिया टिकट, विनेश पर है सबकी नजर, परिवार में जश्न का माहौल

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कांग्रेस ने महिला पहलवान विनेश फोगाट को दिया टिकट, विनेश पर है सबकी नजर, परिवार में जश्न का माहौल
कांग्रेस ने महिला पहलवान विनेश फोगाट को दिया टिकट, विनेश पर है सबकी नजर, परिवार में जश्न का माहौल

Vinesh Phogat, जींद: हरियाणा के जींद जिले की लोकसभा सीट से कांग्रेस ने महिला पहलवान विनेश फोगाट को टिकट दिया है. इस पर परिवार में जश्न का माहौल है. आज रविवार को विनेश अपने ससुराल पहुंचेगी, जहां उनके भव्य स्वागत की तैयारियां कर ली गई हैं. हजारों लोगों के लिए खाने का कार्यक्रम भी रखा गया है. बता दें कि विनेश की ससुराल खेड़ा बख्ता गांव में है, जहां परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.

5000 लोगों के खाने की व्यवस्था

रविवार को गांव में चोखामा खाप की तरफ से सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा. इसके लिए 5,000 लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है. विनेश को पौली गांव से जुलूस के साथ गांव तक लाया जाएगा. बता दें कि विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी एक अंतरराष्ट्रीय पहलवान हैं, उनके ससुर राजपाल राठी पूर्व सैनिक और गांव के सरपंच भी रह चुके हैं.

गांव के वर्तमान सरपंच चापा सिंह राठी ने बताया कि अबकी बार विनेश को हल्के की जनता भारी मतों से विजयी बनाएगी. आज गांव में विनेश के भव्य स्वागत की तैयारी पूरी कर ली गई है. खाना बनाने के लिए दो दिन से 25 हलवाई लगाए गए हैं.

विनेश पर है सबकी नजर

बता दें कि पेरिस में हुए ओलंपिक मुकाबले में वजन की चूक के चलते विनेश को मुकाबले से बाहर होना पड़ा. वतन वापसी के कुछ समय बाद प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी गई. विनेश ने कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर लिया. इसके बाद, जींद के जुलाना से उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया गया. प्रदेश में 5 अक्टूबर को चुनाव होंगे. सबकी नज़रें अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश पर है. खेलों में अपना दमखम दिखा चुकी विनेश क्या राजनीतिक अखाड़े में भी जीत हासिल कर पाएंगी.

ये देखने वाली बात रहेगी कि पिछले विधानसभा चुनावों में भी कई खिलाड़ी राजनीतिक मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल पाई. हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह इस मामले में अपवाद रहे हैं. हालांकि, उन्हें जीत हासिल हुई थी, लेकिन यौन शोषण मामले में फंसने के बाद उन्हें मंत्री पद गंवाना पड़ा.