नई दिल्ली। निर्भया रेप-मर्डर केस के चार आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इनकी सजा बरकरार रखी है। अब इन अपराधियों के पास केवल राष्ट्रपति से दया याचिका की गुजारिश करना ही रह गया है। चार आरोपियों में से केवल एक आरोपी ने राष्ट्रपति के पास फांसी के खिलाफ अपनी दया याचिका दायर की है। लेकिन अब दोषी विनय शर्मा ने गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति को भेजी गई अपनी दया याचिका वापस लेने की मांग की है। समाचार एजेंसी के मुताबिक, निर्भया कांड में सजायाफ्ता विनय शर्मा ने राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका की गुहार लगाने वाले अपनी याचिका को वापस लेने की मांग की है बतौर विनय शर्मा गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति को जो दया याचिका की फाइल भेजी गई है, उस पर उसके हस्तक्षार नहीं है और न ही उसकी ओर से आॅथोराइज्ड है। गौरतलब है कि गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को निर्भया रेप केस के दोषी विनय शर्मा की दया याचिका की फाइल राष्ट्रपति के समक्ष भेजी थी और दया याचिका को खारिज करने की भी सिफारिश की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2012 के निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले में एक दोषी की दया याचिका खारिज करने की दिल्ली सरकार की सिफारिश राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेज दी है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। दया याचिका खारिज करने की फाइल दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजे जाने के दो दिन बाद यह कदम उठाया गया है।