भले ही विकास दुबे केएनकाउंटर के बाद उसका चैप्टर बंद हो गया हो लेकिन उसके किस्से और दहशत की दास्ता अभी चर्चामें हैं। गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार को महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तारी के बाद उसे थाने लाया गया था। महाकाल थाने में तैनात कांस्टेबल विजय राठौर ने कहा कि विकास दुबे थाने लाए जाने के समय बहुत गुस्से में था। उसने धमकी भरे अंदाज में कहा कि मैं उत्तर प्रदेश में होता तो तुम्हारे घरों में आग लगवा देता। तुम्हारे हाथ-पैर कटवा देता। तुम्हें बर्बाद कर देता। विजय राठौर ने कहा कि मैंने उसे हथकड़ी लगाई थी इसलिए मुझसे ज्यादा गुस्सा था। जब उसे गाड़ी में बैठाने के लिए ले जाया जा रहा था तब उसने अपशब्द कहने लगा। मुझे गुस्सा आया तो उसे थप्पड़ लगा दिया। जब विकास कोगिरफ्तार किया गया था तब उन पुलिसकर्मियों में विजय शामिल थे। पुलिस के आलाधिकारियों ने जब उससे पूछताछ शुरू की तो वह चुप हो गया था। कांस्टेबल विजय अपनी सुरक्षा को लेकर थोड़ा चिंतित है। उनका कहना है कि चूंकि दुबे को हथकड़ी लगाई थी और अखबारों में मेरी फोटो छपी है। मुझे टीवी चैनलों में दिखाया गया है। गिरफ्तार किए जाने के बाद विकास दुबे बिट्टू-बिट्टू बोल रहा था। हो सकता है कि उसका कोई साथ यहां हो । जिससे मेरे परिवार को खतरा हो सकता है। मैं वरिष्ठ अधिकारियों से अनुरोध करता हूं कि मेरी सुरक्षा के लिए कुछ समय के लिए मुझे हथियार दिए जाएं।