Dussehra 2024, (आज समाज), नई दिल्ली: देशभर में शारदीय नवरात्रि के समापन के साथ आज दशमी तिथि को विजयदशमी (दशहरे) की धूम है। देश की राजधानी दिल्ली के अलावा चंडीगढ़, कोलकाता, तेलंगाना, गुजरात, आंध्रप्रदेश और मैसूर सहित पूरे देश में अच्छाई पर बुराई की जीत का प्रतीक यह त्योहर मनाया जा रहा है। शाम तक रावण का दहन होगा। वहीं पंडालों में रखी देवी दुर्गा की प्रतिमाओं का विजर्सन भी होगा। दशहरे के मौके पर शस्त्र पूजा होती है।
संघ प्रमुख नागपुर में की शस्त्र पूजा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नागपुर स्थित मुख्यालय में सुबह संघ प्रमुख मोहन भागवत ने शस्त्र पूजा की, वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में सुरक्षा बलों के जवानों के साथ दशहरा मनाने पहुंचे। उन्होंने सुकना कैंट में पहले अस्त्र-शस्त्र की पूजा की और उसके बाद जवानों के माथे पर तिलक लगाया।
रक्षा मंत्री ने पड़ोसी देशों को दी चेतावनी
सबसे पहले उन्होंने सुकना कैंट में अस्त्र-शस्त्र की पूजा की और उसके बाद जवानों के माथे पर तिलक लगाया। इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी जवानों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं। रक्षा मंत्री ने इस दौरान भारत के खिलाफ आंख उठाने की हिमाकत करने वाले पड़ोसी देशों को चेतावनी भी दी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत एकमात्र ऐसा राष्टÑ है जहां अस्त्र-शस्त्र दोनों की पूजा की जाती है। इसके बाद राजनाथ ने पड़ोसियों को चेताते हुए कहा, हम देश पर किसी सूरत में कोई आंच नहीं आने देंगे।
इसलिए की जाती है अस्त्र-शस्त्र की पूजा
रक्षा मंत्री ने कहा, कई लोग ऐसा सोच सकते हैं कि लकड़ी और लोहे से बनी चीजों की पूजा करने का क्या मतलब है, इसका क्या औचित्य है, लेकिन असल में, यह हमारी विशाल सांस्कृतिक परंपरा का प्रतीक है। हम किसी भी चीज का उपयोग करने से पूर्व और उसके बाद उसके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। इसी वजह से दशहरे पर अस्त्र-शस्त्र दोनों की पूजा की जाती है। उन्होंने कहा, हथियारों की पूजा इस बात का प्रतीक है कि आवश्यकता पड़ने पर पूरी ताकत के साथ इनका प्रयोग किया जा सकता है।
हम किसी देश पर कभी पहले हमला नहीं करते
रक्षा मंत्री ने कहा, हमने आज तक कभी किसी देश पर पहले हमला नहीं किया है। उन्होंने कहा, हमें किसी मुल्क कोई बैर-विरोध नहीं है। भारत ने जंग तभी लड़ी जब किसी देश ने हमारी संप्रभुता, अखंडता, मानवीय मूल्यों और धर्म व सत्य का अपमान किया हो। राजनाथ ने कहा, सीमाओं पर मौजूद भारतीय सुरक्षा बलों से किसी तरह की घटना की कोई संभावना नहीं है। यह भी जरूरी है कि वर्तमान समय के हालात में अनदेखी भी नहीं की जा सकती। दुनिया में कुछ भी हो, तैयारी में कोई कमी नहीं रखी जानी चाहिए।
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