लंदन। विजय माल्या ने भारत प्रत्यर्पित करने के खिलाफ सुनवाई के अंतिम दिन भारतीय बैंकों से हाथ जोड़कर अपील की है कि वह अपना शत प्रतिशत मूल धन हमसे तुरंत ले सकते हैं। कारोबारी माल्या पर भारतीय बैंकों को 9,000 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है।
भारत सरकार की से पेश हो रही राजशाही अभियोजन सेवा (सीपीए) माल्या के वकील के उस दावे का खंडन करने के लिए सबूतों को उच्च न्यायालय लेकर गई है, जिसमें कहा गया था कि मुख्य मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बुथनॉट ने यह गलत पाया कि माल्या के खिलाफ भारत में धोखाधड़ी और धन शोधन का प्रथम दृष्टया मामला बनता है। माल्या प्रत्यर्पण वारंट को लेकर जमानत पर है। उसके लिए यह जरूरी नहीं है कि वह सुनवाई में हिस्सा ले, लेकिन वह अदालत आया। वह मंगलवार (11 फरवरी) से ही सुनवाई में हिस्सा लेने के लिए आ रहा, जब अपील पर सुनवाई शुरू हुई थी।