पटियाला। पंजाब के स्कूल शिक्षा और लोक निर्माण मंत्री, विजय इंद्र सिंगला ने आज समाना मंडी के प्रधान पवन कुमार गोयल, ज़िला पटियाला के आढतियों के प्रधान जसविन्दर सिंह राणा, राजपुरा के प्रधान हरदीप सिंह लॉडा और राजपुरा के आढतियों करतार सिंह, अमरीक सिंह को मिल कर आमदन कर विभाग की तरफ से भारी पुलिस बल के साथ कथित तौर पर डराने धमकाने के लिए की गई छापे -मारी विरुद्ध एकजुटता दिखाई। सिंगला ने बताया कि उन की तरफ से कल भी आमदन कर विभाग की छापेमारी के पीडितों, जिन में पंजाब प्रधान विजय कालडा भी शामिल हैं, के साथ मीटिंग की गई थी।
सिंगला ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे और किसान आंदोलन को कमज़ोर करन के लिए पंजाब भर में आढतियों और की जा रही छापेमारी, किसानों और आढतियों के नाख़ुन – मांस के रिश्ते को ख़त्म करने में कामयाब नहीं हो सकेगी।
आज इस चुनी हुई छापेमारी के शिकार पटियाला ज़िले की समाना, पटियाला और राजपुरा मंडियों के आढतियों के नेताओं के साथ मीटिंगों दौरान जहाँ उन्हों ने आमदन कर विभाग की इस दबाव की नीति अधीन की छापेमारी की आलोचना की, वहाँ के साथ ही भरोसा दिलाया कि समुच्चय पंजाब सरकार और पंजाब कांग्रेस, इस मुश्किल की घड़ी में उन के साथ चट्टान की तरह खड़ी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शिखर पर पहुँचे किसान आंदोलन से घबरा कर ग़ैर राजसी पैंतरों पर उतर आई है। पहले मीटिंगों की असफल कहानी, फिर किसानों को खदेड़ने की गीदड़ धमकी और अब किसान आंदोलन दौरान किसानों के साथ डट कर ठहरे आढतियों को डराने की यह कार्यवाहियों, किसानों और आढतियों के बुलंद हौंसले को पस्त नहीं कर सकतीं।
उन्होंने कहा कि जो किसान दिल्ली के रास्ते सरकार की तरफ से लगाईं रोकों की परवाह करते नहीं रुके, वह भला इन घटिया राजनैतिक चालों के साथ कैसे डराऐ जा सकते हैं। किसान और आढतियों का रिश्ता दशकों से बना हुआ है। आज आढ़ती दिल्ली बार्डर और किसानों की मदद के लिए हर तरह के साथ ठहरे हैं और यदि केंद्र सरकार के मन में यह भ्रम हो कि वह आढतियों को आमदन कर का डरावा दे कर, आंदोलन को कमज़ोर कर देगी तो यह भ्रम दूर कर देना चाहिए।