Former Home Minister Anil Vij,अंबाला : हरियाणा के पूर्व गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस के संबंध में कहा कि केंद्र सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लेकर यह कहने की कोशिश की है कि जो 1975 में इमरजेंसी लगाकर किया था, वह दोबारा नहीं होना चाहिए। केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी की कि 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस पर राजनीति गर्मा रही है। विपक्ष सरकार के इस फैसले पर सवाल उठा रही है। पक्ष-विपक्ष के कई नेताओं की बयानबाजी भी इस मामले में देखने को मिल रही है। जबकि सरकार के इस निर्णय को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उठाए सवालों पर भी अनिल विज ने पलटवार किया।
विज ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को यह अधिकार नहीं कि वो संविधान की बात करे। खड़गे को मालूम होना चाहिए कि ये जो ईडी, सीबीआई, आईटी संस्थाएं हैं, ये देश में बहुत ही प्रतिष्ठित हैं और ये अपने विवेक से काम करती हैं। ये सरकार के दबाव में काम नहीं करती। उन्होंने कहा कि अब जो गलत करेगा वो भरेगा। इसमें खड़गे को तकलीफ क्यों होती है।
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स्मृति ईरानी समेत चार पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने 11 जुलाई को लुटियंस दिल्ली में अपने सरकारी बंगले खाली कर दिए हैं। यह खबर सामने आने के बाद से लगातार सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी को ट्रोल किया जा रहा था। यह देखकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा नेता स्मृति ईरानी का बचाव किया है। राहुल ने X पर एक पोस्ट में लिखा- जीवन में हार-जीत तो होती रहती है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे स्मृति ईरानी या किसी और नेता के लिए अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल और बुरा व्यवहार करने से बचें। लोगों को अपमानित करना कमजोरी की निशानी है, ताकत की नहीं।
राहुल गांधी के स्मृति ईरानी के बचाव में इस बयान को लेकर भी अनिल विज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी स्मृति ईरानी के बहाने वो अपने मकान खाली करने के समय की बात कहना चाह रहे हैं।