Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad: फतेहाबाद में विजिलेंस ने पटवारी दबोचा व अन्य अफसरों पर लटकी तलवार

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Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad

आज समाज डिजिटल, फतेहाबाद: 

Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad: हरियाणा राज्य के जिला फतेहाबाद में जमीन खरीद की धांधली में फंसे अफसरों पर विजिलेंस विभाग ने शिकंजा कस लिया है। विजिलेंस ने पटवारी मदन लाल को अरेस्ट कर कोर्ट के समक्ष पेश कर 3 दिन के रिमांड पर लिया। इस मामले में रतिया एसडीएम, नायब तहसीलदार, पटवारी सहित 5 लोगों के खिलाफ विजिलेंस ने केस दर्ज कर रखा है। एसडीएम सहित अन्य पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

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करोड़ों की जमीन की रजिस्ट्री सिर्फ 40 लाख में कर दी Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad

विजिलेंस द्वारा की गई जांच में पाया गया है कि एक करोड़ 65 लाख 28 हजार में होने वाली जमीन की रजिस्ट्री को मात्र चालिस लाख रुपए सरकारी फीस लेकर कर दिया और सरकार को राजस्व का भारी नुकसान पहुंचाया। विजिलेंस इस जमीन के मालिक की जगह खुद का मालिकाना हक बताने वाली महिला कांता के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।

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1993 में हुआ था पारिवारिक सेटलमेंट Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad

विजिलेंस डीएसपी राकेश मलिक ने बताया कि मीडिया में छपी रिपोर्ट के आधार पर जानकारी मिली थी कि रतिया के एसडीएम भारतभूषण की पत्नी और एसडीएम के जानकार एवं पुलिस से बर्खास्त बाला राम की पत्नी के नाम प्रॉपर्टी खरीदी गई। नायब तहसीलदार और पटवारी के जरिये गलत कागजात के आधार पर यह रजिस्ट्री हुई। रतिया के फतेहाबाद रोड पर मिगलानी अस्पताल के पास 24 कनाल 7 मरले जमीन है, जिसके चार हिस्सेदार हैं और चारों में 1993 में पारिवारिक सेटलमेंट हो गया था।

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कांता को बनाया मोहरा Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad

चारों में से एक हिस्सेदार कांता हैं। कांता ने जो जमीन अमृतपाल के हिस्से आई थी, उसे तहसील में झूठी दर्खास्त देकर अपने नाम दिखा दी और इसे एसडीएम की पत्नी व बाला सिंह की पत्नी के नाम करवा दिया। अब बाकी हिस्सेदार को जांच में शामिल कर कांता देवी के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।

मीडिया में मामला आने के बाद फ्लूड से मिटाने का किया प्रयास Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad

डीएसपी राकेश मलिक ने बताया कि इस जमीन की रजिस्ट्री सही तरीके से एक करोड़ 65 लाख 28 हजार में होनी थी, लेकिन इसे बहुत कम चालिस लाख रुपए में कर दी। न तो नगरपालिका से एनओसी ली गई और न ही प्रॉपर्टी आईडी। उन्होंने मामले में पटवारी और नायब तहसीलदार का रोल बताते हुए कहा कि पटवारी को रजिस्ट्री पर यह रिपोर्ट करनी थी कि जमीन किसके नाम है और कौन काबिज है, लेकिन कांता देवी को काबिज दिखाया गया। मीडिया में मामला आने के बाद इसे फ्लूड से मिटाने का प्रयास भी किया गया।

एसडीएम ने किया पावर का गलत इस्तेमाल Vigilance Arrested Patwari in Fatehabad

एसपी विजिलेंस के आदेश पर एसआईटी गठित की गई थी। इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के नेतृत्व में पटवारी मदन लाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस रजिस्ट्री में जो लेनदेन प्रक्रिया हुई है, उन सभी तथ्यों के बाद स्पष्ट हुआ है कि एसडीएम ने पावर का गलत इस्तेमाल किया। जल्द उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। रतिया के रऊट भारत भूषण डेंटल सर्जन फर्ज़ीवाड़ा मामले में आरोपी अनिल नागर के बैच के एचसीएस अधिकारी हैं। एसडीएम और उनकी पत्नी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

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