Aaj Samaj (आज समाज), Vidya Bharti Modern School, पानीपत: खादी जगत के भीष्म पितामह, स्वतन्त्रता सेनानी, खादी ग्रामोद्योग आयोग के भूतपूर्व अध्यक्ष एवं सदस्य, गुरूकुल कांगड़ी हरिद्वार के भूतपूर्व उप-कुलपति, प्रसिद्ध सर्वोदय नेता व खादी आश्रम एवं विद्या भारती माॅडर्न स्कूल के संस्थापक स्व. सोमभाई की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या से खादी कार्यकर्ताओं द्वारा 21 घंटे की निरन्तर अखण्ड कताई की गई। उसके पश्चात उनकी स्मृति में खादी आश्रम, पानीपत के गांधी संग्रहालय में प्रातः 10ः00 बजे संजय शास्त्री द्वारा हवन यज्ञ सम्पन्न करवाया गया। इस अवसर पर विद्या भारती मॉडर्न स्कूल के विद्यार्थी एवं स्टाफ, रचनात्मक एवं खादी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं के साथ-2 नगर के प्रबुद्ध नागरिकों ने भी भाग लिया।
सोमभाई सौम्य व्यवहार के कारण सारे हिंदुस्तान में अत्यंत लोकप्रिय थे
इस अवसर पर खादी आश्रम, पानीपत एवं भारतीय खादी ग्रामोद्योग संघ उत्तरी क्षेत्र, पानीपत की अध्यक्षा निर्मल दत्त ने बताया कि भारत विभाजन के पश्चात शरणार्थियों के पुनर्वास की समस्या को हल करने हेतु सरकार द्वारा जब सैंट्रल रिलीफ कमेटी का गठन किया तो उत्तर क्षेत्र के संचालन का कार्य सोमभाई को सौंपा गया। शरणार्थियों की पुनर्वास समस्या हल होने के पश्चात सन् 1954 में उन्होंने खादी आश्रम की स्थापना की तथा इसे इतना व्यापक रूप दिया कि इसकी शाखा पंजाब, चण्डीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश एवं दिल्ली में भी फैल गई। सोमभाई विराट एवं बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे और उन्होंने खादी के अलावा गांधी जी के जो अन्य कार्यक्रम थे उनको भी अपने हाथ में लिया और उनके द्वारा समाज को एक नई दिशा प्रदान की गई। वे सभी खादी कार्यकर्ताओं और खादी संस्थाओं के पिता तुल्य थे और अपने मधुर तथा सौम्य व्यवहार के कारण सारे हिंदुस्तान में अत्यंत लोकप्रिय थे।
सोमभाई मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष शैलेश दत्त ने बताया कि स्व. सोमभाई सन् 1963 से लेकर 1980 तक श्री सोमभाई खादी ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य रहे एवं इस दौरान वर्ष 1977 से 1980 तक अध्यक्ष पद को भी सुषोभित किया। रचनात्मक कार्य में इनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण इनको वर्ष 2000 में बजाज पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। हरियाणा सरकार द्वारा दिनांक 25.08.2014 को सोमभाई की स्मृति में मलिक पेट्रोल पंप से जिमखाना क्लब, सेक्टर 25 हुडा को जाने वाले मार्ग का नामकरण ‘श्री सोमभाई मार्ग’ के नाम से किया गया, जिसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा किया गया।
सोम भाई नेअपना सारा जीवन समाज सेवा में दान कर दिया
निर्मल दत्त ने आगे बताया कि हिन्दुस्तान के स्वतन्त्रता आन्दोलन में सोमभाई कई बार जेल गए और अपना सारा जीवन गांधी के आदर्शों को साकार करने में लगा दिया। सोम भाई समाज सेवा के प्रतीक बन गये थे और न केवल उन्होंने अपना सारा जीवन समाज सेवा में दान कर दिया बल्कि अन्त समय में अपने नेत्र भी दान कर दिए इस अवसर पर दीपचंद निर्मोही, बृजरानी शर्मा, विकेन्द्रित इकाई अम्बाला खादी आश्रम के न्यासी सदस्य असित जेतली एवं राजेन्द्र सिंगला, विकेन्द्रित इकाई के खादी आश्रम, करनाल के मंत्री, ओमप्रकाश, विकेन्द्रित इकाई अम्बाला खादी आश्रम के मंत्री शमशेर सिंह, मुकेश कुमार शर्मा, जगदीप चन्द, अजीत पाल, मंत्री, भारतीय खादी ग्रामोद्योग संघ उत्तरी क्षेत्र, पानीपत, प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. राजन, ईशपाल सिंह, रोशन लाल, मीनाक्षी, अनिता आदि ने भी अपने-2 श्रद्धा सुमन अर्पित किए।