कुलपतियों ने इस्तीफे के पीछे निजी कारण का दिया हवाला
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के जींद व सिरसा के विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के पीछ कुलपतियों ने निजी कारणों का हवाला दिया है। माना जा रहा है कि दोनों से सरकार की ओर से इस्तीफा मांगा गया था। राज्यपाल की ओर से उनके इस्तीफे तुरंत प्रभाव से स्वीकार कर उनको कार्यभार से मुक्त कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो दुष्यंत चौटाला ने डिप्टी सीएम रहते डॉ. रणपाल को वीसी लगवाया था। उनको दुष्यंत समर्थक माना जा रहा था।
राज्यपाल की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि हरियाणा सरकार की सिफारिश के परिणामस्वरूप, चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा अधिनियम, 2003 की धारा 11 की उपधारा (4) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते उनका इस्तीफा स्वीकार करते हैं। पत्र में लिखा गया है कि प्रोफेसर अजमेर सिंह मलिक को चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति के पद से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया गया है। उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव, नए पदाधिकारी के कार्यभार ग्रहण करने तक अपने वर्तमान कर्तव्यों के अलावा, तुरंत प्रभाव से चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति के कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
जून 2025 तक था कार्यकाल
जानकारी अनुसार चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी में डॉ. रणपाल सिंह ने 10 जून 2022 को कुलपति के तौर पर जॉइन किया था। उनका कार्यकाल जून 2025 में समाप्त होना था, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। डॉ. रणपाल सिंह का कहना है कि उन्होंने अपने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है। दूसरी तरफ सिरसा में चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह का कार्यकाल 24 दिसंबर को पूर्ण होना था।
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