शिमला। हमीरपुर जिले की भोरंज तहसील के गांव कड़ोहता के 21 वर्षीय वीर सपूत शहीद सैनिक अंकुश ठाकुर का शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में स्थित श्मशान घाट पर अतिम संस्कार कर दिया गया। शहीद अंकुश ठाकुर की चिता को उनके छोटे भाई अदित्य ने मुखाग्रि दी। ”जब तक सूरज चांद रहेगा, अंकुश ठाकुर तेरा नाम रहेगा”, ”अंकुश भाई अमर रहे” नारों के साथ एकत्रित लोगों ने नौजवान वीर सैनिक अंकुश ठाकुर को अश्रुपूर्ण विदाई दी।
अपने लाल को तिरंगे में लिपटा देख शहीद की माता और पिता बेसुध हो गए। परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे थे। हालांकि, उन्हें देश के लिए अपनी जान देने वाले अपने बेटे पर गर्व है। इससे पहले सलौनी बाजार में शहीद की पार्थिव देह ले जा रही एंबुलेंस पर दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर सम्मान दिया।
बता दें कि भारतीय सेना में हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर का वीर सपूत अंकुश ठाकुर 15 जून को लद्दाख क्षेत्र में भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हो गया था। इस अवसर पर भारतीय स्थल सेना की ओर से शहीद के साथ आए सात सैनिकों ने बंदूकें उल्टी कर ससम्मान वीर सैनिक शहीद अंकुश ठाकुर को सलामी दी तथा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों में चीन के खिलाफ गुस्सा देखा गया।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास व पंचायतीराज मंत्री वीरेन्द्र कंवर के अतिरिक्त सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक कर्नल इंद्र सिंह, हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेन्द्र ठाकुर, भोरंज विधानसभा क्षेत्र की विधायक कमलेश कुमारी, सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेन्द्र राणा, बड़सर विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, जिला परिषद अध्यक्ष राकेश ठाकुर, सेना की ओर से शहीद के साथ आए ब्रिगेडियर हरीश कुमार सेठी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से एसडीएम भोरंज अमित कुमार तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े समाज सेवियों ने भी वीर सैनिक शहीद अंकुश ठाकुर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी आत्मिक शांति के लिए परम परमेश्वर से कामना की तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त हरिकेश मीणा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ठाकुर ने भी देश के वीर सपूत शहीद अंकुश ठाकुर को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए परम पिता परमात्मा से प्रार्थना की।