UtterPardesh News : डायरिया के चलते 24 घंटों में दो बच्चों की मौत

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(UtterPardesh News) गाजियाबाद। मौसम में बदलाव से डायरिया, डिहाईड्रेशन समेत संक्रामक बीमारियों को मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बीते 24 घंटों के दौरान डायरिया से पीड़ित दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि 8 बच्चों समेत 24 लोगों को डायरिया की शिकायत के चलते अस्पतालों में भर्ती किया गया है। नंदग्राम में रहने वाली शिप्रा ने अपने एक महीने के बेटे अमन को शनिवार को डायरिया की गंभीर शिकायत के चलते एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती किया था।

जहां उसका उपचार शुरु किया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया, लेकिन दिल्ली के अस्पताल पहुंचने से पहले ही अमन ने दम तोड़ दिया। अमन का उपचार करने वाले डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि अमन की हालत बहुत ज्यादा खराब थी और उसे सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। सीपीआर देने के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था, जिसके चलते उसे ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ हायर सेंटर रेफर किया गया था। इसके अलावा रविवार को गोविंदपुरम के बालाजी एन्क्लेव में रहने वाले सचिन कुमार अपने पांच महीने के बेटे यश को एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में बेहोशी की हालत में लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने उपचार के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर के अनुसार यश को डिहाईड्रेशन और डायरिया के लक्षण थे। इसके अलावा रविवार को एमएमजी अस्पताल में डायरिया से पीड़ित 5 बच्चों समेत 17 लोगों को भर्ती किया गया। वहीं, कंबाइंड अस्पताल में शनिवार और रविवार को डायरिया और डिहाईड्रेशन के चलते 3 बच्चों समेत 7 लोगों को भर्ती किया गया।

बढ़ रहे हैं डायरिया के मरीज

बारिश के होने के बाद से हीट वेव से तो राहत मिल गई, लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों की हालत खराब कर दी है। सरकारी अस्पतालों में डिहाईड्रेशन और डायरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।एमएमजी और कंबाइंड अस्पताल की ओपीडी में ही रोजाना डायरिया के 50 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें से 10 से 15 मरीजों को भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। भर्ती होने वालों में 25 प्रतिशत बच्चे हैं। एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में रविवार को 78 मरीज पहुंचे, इनमें से 26 मरीज डायरिया के थे। मरीजों के पेट दर्द और लूज मोशन की शिकायत थी।

–आई फ्लू के मरीज भी बढ़े

बारिश और उमस के चलते जिले में आई फ्लू के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। कंबाइंड अस्पताल की आई सर्जन डॉ. अर्चना के अनुसार उनके पास रोजाना आई फ्लू के 5 से 10 मरीज आ रहे हैं। बारिश और उमस के चलते आंखों में संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। बारिश का पानी और पसीना आंखों में जाने से कई तरह के संक्रमण की आशंका रहती है। आई फ्लू का मुख्य कारण इन्फ्लूएंजा वायरस होता है। यदि परिवार में किसी एक को आई फ्लू की परेशानी हो जाए तो परिवार के सभी सदस्यों को संक्रमित होने की आशंका बनी रहती है। लोगों को आंखों की सुरक्षा के लिए चश्में का प्रयोग जरूर करना चाहिए। जिससे ज्यादा परेशानी न हो। इसके साथ ही बाहर से आने के बाद आंखों को ठंडे पानी से जरूर धोएं और दिन में दो बार आंखों को नम रखने के लिए सामान्य आई ड्रॉप जरूर डालें।