- लोनी विधायक रोके जाने पर हाईवे पर ही धरने पर बैठे, तीन मांगें रखकर उठे
- एडीसीपी से वार्ता के बाद नंदकिशोर गुर्जर ने पंचायत स्थगित करने का ऐलान किया
(Utterpardesh News) गाजियाबाद। डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद और मंदिर की सुरक्षा को लेकर बुलाई गई हिंदू संगठनों की महापंचायत पुलिस की सख्ती के चलते नहीं हो पाई। पुलिस- प्रशासन द्वारा धारा-163 लागू होने के चलते लोगों को महापंचायत में न जाने की चेतावनी दी जा रही थी लेकिन कुछ लोग पंचायत की जिद पर अड़े थे। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर का नाम इनमें सबसे ऊपर था। पहुंचने वालों में भी विधायक नंदकिशोर गुर्जर और आचार दीपांकर के अलावा कोई बड़ा चेहरा शामिल नहीं रहा।
पुलिस ने पहले विधायक और फिर आचार्य दीपांकर को हाइवे की सर्विस लेन पर ही रोक लिया और मंदिर की ओर आगे नहीं बढ़ने दिया। ये लोग सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इस बीच कुछ लोगों ने जबरदस्ती आगे बढ़ने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। कुछ देर बात एडीसीपी दिनेश कुमार पी. मौके पर पहुंचे और विधायक से वार्ता की। वार्ता के बाद विधायक ने तीन मांगे रखते हुए महापंचायत स्थगित करने का ऐलान कर दिया। बता दें कि यति समर्थकों ने 7 अक्टूबर को महापंचायत का ऐलान किया था। दूसरी ओर सूत्रों के मुताबिक यति नरसिंहानंद ने खुद को नजरबंद किए जाने की सूचना दी है।
विधायक ने तीन मांगे रखते हुए एक सप्ताह एक सप्ताह का समय देने की बात कही है। साथ ही उन्होंने चेताया कि एक सप्ताह में मांगें नहीं मानी गईं तो पूरा सनातन फिर इकठ्ठा होगा। विधायक ने गंभीर आरोप लगाते हुए सीधे पुलिस कमिश्नर के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग कर डाली। विधायक ने कहा कि अभी तक एक पूर्व विधायक और जितने जिहादी हमलावरों को उकसा रहे थे उनमें से एक को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। डीएम गाजियाबाद मामले ने मामले को बातचीत करके समाप्त करा दिया था लेकिन एक अधिकारी जिले को जलाना चाहता है, उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो।
विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मीडिया से बात करते कहा कि पहली मांग – पुलिस कमिश्नर के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो। दूसरी मांग – केंद्र सरकार सख्त कानून बनाए, लव जिहाद, मंदिर या यात्राओं पर हमला करने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत मुकदमा हो और फांसी हो। तीसरी मांग है कि जिन जिहादियों ने मंदिर पर हमला किया है, उन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो।
40 लोगों को हिरासत में लिया गया
एडीसीपी दिनेश कुमार पी. ने बताया कि पुलिस के रोके जाने के बाद बेरिकेडिंग तोड़ने और निषेधाज्ञा का उलंघन करने के आरोप में 40 लोगों को मौके से हिरासत में लिया गया है। उन्होंने दावा किया है कि माहौल बिगाड़ने वाला कोई भी हो, कानून उसके खिलाफ सख्ती से निपटेगा। हालांकि लोनी विधायक के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर वह गोलमोल जबाव दे गए।
बेरिकेडिंग पर जोर अजमाइश भी हुई
जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर की ओर से लगातार चेतावनी जारी किए जाने के बाद कुछ लोग डासना पहुंचे। इन सभी लोगोंं को हालांकि पुलिस ने हाईवे से उतरकर मंदिर की ओर नहीं जाने दिया। पंचायत के लिए मंदिर की ओर जाने की जिद कर रहे लोगों ने बेरिकेडिंग पर जोर अजमाइश की लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया और 40 लोगों को हिरासत में ले लिया।
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