UtterPardesh News : चार लाख की तस्करी की शराब पकड़ी, तीन गिरफ्तार

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Smuggled liquor worth Rs 4 lakh seized, three arrested
  • चंडीगढ़ से बिहार जा रही थी तस्करी की शराब
  • फर्टिलाइजर के ड्रम में छिपाकर रखी गई थीं बोतलें

(UtterPardesh News) गाजियाबाद। साहिबाबाद थाना पुलिस को मुखबिर की सूचना पर तस्करी की चार लाख रुपये की शराब पकड़ी है। यह शराब चंडीगढ़ से पोटेशियम फर्टिलाइजर के ड्रम्स में पैक करके कैंटर में लाई गई थी, जो बिहार में सप्लाई की जानी थी। कैंटर से पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों ने यहपुलिस को बताया कि कैंटर का मालिक चिकंबरपुर का रहने वाला बृजेश कुमार दहिया करीब एक साल से शराब की तस्करी करा रहा है। पुलिस कैंटर के मालिक को तलाश कर रही है।

डीसीपी (ट्रांस हिंडन जोन) निमिष पाटिल ने साहिबाबाद थाने में प्रेसवार्ता के दौरान मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अभियुक्त की सूचना पर कैंटर संख्या डीएल-1एल- एई- 8450 को थानाक्षेत्र के राजेंद्र नगर गोल चक्कर से हिरासत में लिया है। कैंटर से पुलिस ने चंडीगढ़ से तस्करी कर लाई जा रहीं अंग्रेजी शराब की 309 बोतल, 107 हाफ और 716 पव्वे (कुल कीमत लगभग चार लाख रूपये) बरामद किए गए हैं।

डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि पुलिस टीम कैंटर के अन्दर बैठे तीन व्यक्तियों राजदेव पुत्र स्व. तुलसीराम निवासी भोवापुर, थाना कौशाम्बी गाजियाबाद (मूल पता ग्राम तितरा आसानंद, थाना सकरा, जिला मुजफ्फरपुर, बिहार) और परमजीत सिंह पुत्र गुरूवचन सिंह निवासी आर 55 जी, दिलशाद गार्डन, दिल्ली (मूल पता- ग्राम कानवान, जिला गुरूदासपुर, पंजाब) और संजीव कुमार पुत्र रतन सिंह निवासी डीएलएफ, भोपुरा, थाना शालीमार गार्डन को राजेन्द्र नगर गोल चक्कर से गिरफ्तार किया गया है।

पूछताछ के दौरान राजदेव, परमजीत और संजीव ने बताया कि अंकुर ट्रांसपोर्ट के मालिक बृजेश कुमार धहिया पुत्र हाऊ लाल निवासी चिकम्बरपुर, थाना साहिबाबाद गाजियाबाद की है। बृजेश ही चंडीगढ़ से अवैध अग्रेजी शराब मंगाकर बिहार में सप्लाई कराता था। उन्होंने बताया कि करीब एक साल से हम लोग चंडीगढ़ से ले जाकर बिहार में सप्लाई करते थे। हम लोग अंग्रेजी शराब को इसी प्रकार पोटेशियम सल्फेट के ड्रमों में छिपाकर शराब बिहार पहुंचाते थे। वहां इस शराब की बिक्री होती थी।

डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया कि गिरफ्तार किए गए बदमाशों में से ट्रांसपोर्टर बृजेश के बाद राजदेव ही कर्ता धर्ता हुआ करता था। राजदेव ने पुलिस को बताया कि वह करीब एक साल से चंड़ीगढ़ से शराब लेकर बिहार तक तस्करी कर रहे थे। तीनों से हुई पूछताछ के आधार पर फरार ट्रांसपोर्टर की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

 

 

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