- सोमवार को जलाभिषेक का होता है विशेष महत्व
(Utter Pardesh ) गाजियाबाद। श्रावण मास के पहले सोमवार को प्रसिद्ध दूधेश्रनाथ मंदिर सहित शहर के अन्य शिवालयों में सुबह से भोले के भक्त जुटने शुरू हो गए थ। श्रद्धालुओं ने काफी देर तक लाइन में लगाकर भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इन दौरान श्रद्धालु बोल बम के जयकारे लगाते हुए बड़े ऊर्जावान दिख रहे थे। दूधेश्चर नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या काफी रहती है, इसलिए प्रशासन ने रविवार देर शाम ही मंदिर के बाहर बेरिकेडिंग कर दी थी। इसके अलावा हापुड़ मोड़ और घंटाघर के बीच में जीटी रोड पर वाहनो का आवागमन आधी रात के बाद से बंद कर दिया था। मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहन भी निर्धारित हद के बाहर की रहे। विजयनगर की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं को जिला महिला अस्पताल के रास्ते एमएमजी जिला अस्पताल होते हुए दूधेश्वर नाथ मंदिर पहुंचना पड़ा।
जलाभिषेक के लिए दूरदराज से सैंकडो की संख्या में भक्त पहुंचे
बता दें कि श्रावण मास के दौरान सोमवार के दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने का खास महत्व माना जाता है। इसलिए रविवार देर रात से ही दूधेश्वरनाथ मंदिर के बाहर भक्तों की लाइन लगनी शुरू हो गई थी, जो सुबह होते-होते घंटाघर तक पहुंच गई। हालांकि भीड़ को देखते हुए जिला अस्पताल तक बेरीकेडिंग की गई थी। तड़के सुबह पुजारियों के साथ मंदिर के महंत नारायण गिरी जी महाराज ने भगवान दूधेश्वर का पूजन कर जलाभिषेक किया व आरती के उपरांत भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए गए । जलाािषेक के लिए दूरदराज से सैंकडो की संख्या में भक्त पहुंचे। महंत नारायण गिरी जी महाराज ने बताया कि इस बार श्रावण मास की शुरुआत सोमवार से हुई, जिससे श्रावण मास का महत्व और भी बढ गया है। मंदिर श्रृंगार सेवा समिति के अध्यक्ष विजय मित्तल के नेतृत्व में भगवान शिव का भव्य श्रृंगार किया गया व उन्हें छप्पन भोग अर्पित किए गए।
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