Utter Pardesh News : गाजियाबाद में देश का पहला एआई आधारित आंगनबाड़ी केंद्र शुरू

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Country's first AI based Anganwadi center started in Ghaziabad
  • बोलीं, माताएं सशक्त होंगी तो बच्चे और फिर देश सशक्त बनेगा
  • शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को संस्कृति और सभ्यता का ज्ञान भी जरूरी

(Utter Pardesh News ) गाजियाबाद। गाजियाबाद के मोरटी गांव में रोटरी इन्टरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 द्वारा देश का प्रथम एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित आंगनवाड़ी बनकर तैयार हो गया है। रविवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस आदर्शन आंगनवाड़ी केन्द्र का उदघाटन किया। गाजियाबाद आगमन पर आनंदीबेन पटेल का  कैबिनेट मंत्री और विधायक सुनील कुमार शर्मा, विधायक अजीतपाल त्यागी, विधायक डॉ.मंजू सिवाच, पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा, इन्द्र विक्रम सिंह, मुख्य विकास अधिकारीअभिनव गोपाल, रोटरी इन्टरनेशल डिस्ट्रिक्ट 3012 के गर्वनर प्रशांत राज सहित अन्य गणमान्यों द्वारा स्वागत किया गया।

राज्यपाल द्वारा देश की प्रथम एआई आधारित आंगनवाड़ी का उद्घाटन करने के उपरांत आंगनवाड़ी विधार्थियों से बात भी की।  बच्चों ने कविता प्रस्तुति की। राज्यपाल ने एआई से बच्चों को पढ़ाने के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी ली। श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने  कहा कि जनपद में आज देश के पहले एआई आंगनवाड़ी केंद्र का शुभारम्भ हुआ है, इससे बच्चों को और बेहतर शिक्षा व जानकारी प्राप्त होगी। उन्होने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए कि बच्चे उसे समझ सकें, सिर्फ रटा-रटाया ज्ञान ना हो। बच्चे को समझ आना चाहिए कि वह क्या लिख रहा है, क्या बोल रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान होना चाहिए। इसके लिए पाठयक्रम शिक्षा के दौरान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान इस प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने चाहिए जिससे बच्चों में संस्कृति और सभ्यता का भी ज्ञान हो सके।

राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों के साथ-साथ महिलाऐं भी कुपोषित है, जब हमारी माताएं सशक्त बनेंगी तो हमारे बच्चे भी सशक्त बनेंगे, तभी देश भी सशक्त बनेगा। हमें आंगनवाड़ी सहित अन्य के माध्यम से जानना चाहिए कि गर्भवती महिलाऐं जहां भी कार्य कर रही हों, चाहे वह घरों, कम्पनी, गोदाम, कारखाना, मजदूरी सहित अन्य जगह काम कर रही हों, हमें उन लोगों तक संदेश पहुंचना है कि वे किसी ना किसी रूप में गर्भवती ​महिलाओं को पोषण आहार प्रदान करें, जिससे की वह स्वयं सक्षम व मजबूत हो सकें और एक स्वस्थ्य बच्चे का जन्म दे सकें।

राज्यपाल ने कहा कि गर्भधारण के उपरान्त गर्भवती महिला सहित उनके परिवारजनों को चाहिए कि वे घर में स्वस्थ्य वातावरण रखें, कोई भी लड़ाई-झगड़ा ना हो, अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ें और प्रेम के वातावरण में रहें, ताकि बच्चे पर उसका अच्छा असर पड़े और वह स्वस्थ तन-मन के साथ जन्म लें। तब बच्चे आने वाले समय में एक सशक्त भारत के निर्माण में वह अहम भूमिका निभायेंगे।

जेलों में 80 प्रतिशत दह‌ेज मामलों के कैदी

इस मौके पर राज्यपाल द्वारा अवगत कराया गया कि जेलों में महिलाओं से संबंधित अपराधों में 80 प्रतिशत कैदी दहेज मामलों के हैं, हमें चाहिए कि हम ऐसे समाज का निर्माण करें जहां अपराध के लिए कोई जगह ना हो। इस मौके पर उन्होंने एक किट आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दी और निर्देशित किया कि इस प्रकार की किट सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर होनी चाहिए ताकि इससे बच्चों को कोई परेशानी हो तो इससे उसका समाधान किया जा सके। इस किट में साबुन, डिटौल, पट्टी, म​रहम, कंघा, सीसा, सूई-धागा, कैंची, तेल सहित अन्य सामग्री है। इसके साथ उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्रों के डिजाईन के समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चों के लिए पानी सुविधा, शौचालय, टॉयलेट सहित उनके हाईट के हिसाब से बनाये जाएं, ताकि वे दूसरों पर​ निर्भर ना होकर बचपन से ही आत्मनिर्भर बन सकें।

जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में 41 हजार बच्चे हैं

जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने स्वागत संबोधन में जनपदवासियों की ओर से राज्यपाल का स्वागत किया। डीएम ने बताया कि जनपद में कुल 1371 आंगनवाड़ी केन्द्र हैं, जिसमें 866 शहरी व 505 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। जिनमें तीन से छह वर्ष के कुल 41,318 बच्चे हैं, जिनमें 20795 बालक व 20523 बालिका हैं। टाटा स्टील सहित अन्य कम्पनियों/संस्थाओं द्वारा आंगनवाड़ियों निर्माण/पुनर्निर्माण का कार्य किया जा रहा है, जो कि बहुत सराहनीय है। उन्होंने जनपद गाजियाबाद में देश के प्रथम एआई(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित केंद्र का उद्घाटन करने पर राज्यपाल का आभार जताया।

पहले चरण में सौ केंद्र विकसित होंगे

रोटरी इन्टरनेशल डिस्ट्रिक्ट 3012 के गर्वनर प्रशांत राज ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम शिक्षा के क्षेत्र में इन छोटे बच्चों के उज्जवल भविष्य हेतु प्रयासरत रहें। हम इस प्रकार की कोशिश कर उनके सुनहरे भविष्य को उन्हें सरलता से पाने के लक्ष्य को पूरा करने में सहयोग कर रहे हैं। हमारे रोटरी क्लब के 160 प्रेजीडेंट हैं मेरा उनसे आग्रह है कि वह कम से कम एक-एक आंगनवाड़ी केन्द्र लें और उनमें सुधारात्मक कार्य करें। हमारा प्रथम चरण में 100 आंगनवाड़ी केन्द्रों को विकसित करने का लक्ष्य है।

तेजी से होगा बच्चों का मानसिक विकास

महापौर सुनीता दयाल द्वारा कार्यक्रम का समापन किया गया। उन्होने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस बनाने से बच्चों के दिमाग में और तेजी से विकास होगा। महापौर ने जनपद की ओर से मण्डल आर्ट की 100 पुस्तकें राज्यपाल को भेंट कीं। रोटरी इन्टरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों को एआई से सुसज्जित किया जा रहा है।  कार्यक्रम का संचालन डॉ.पूनम शर्मा एवं प्राथमिक विद्यालय की दो छात्राओं ​कनिष्का और आकार्तिका द्वारा किया गया। कार्यक्रम को मुख्य रूप से रोटरी इन्टरनेशनल डिस्ट्रिक्ट 3012 के सदस्यों, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग और मोरटी के प्रधान श्री कीर्ति मौजूद रहे।

 

 

 

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