(Utter Pardesh) गाजियाबाद। कमिश्नरेट पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को बड़ा खुलासा किया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने मुरादनगर से एक अंतर्राज्यीय गांजा तश्कर को गिरफ्तार उसके कब्जे से 120 किलो गांजा बरामद किया है। यह गांजा कैंटर में था, पुलिस ने यूपी-84एटी-2528 नंबर की कैंटर भी कब्जे में ले ली है। अपर पुलिस आयुक्त (क्राइम) सच्चिदानंद ने लोहियानगर कार्यालय में प्रेसवार्ता कर बताया कि पकड़े गए तश्कर का नाम संतोष है। एटा जिले का रहने वाला संतोष 12वीं तक पढ़ा है और पिछले चार-पाचं वर्षों से मादक पदार्थों की तश्करी में लिप्त है। तश्करी से अभियुक्त ने मोटा पैसा कमाकर अपने घर भेजा और शौक भी पूरे किए।
12वीं पास संतोष 18 साल की उम्र में पैसे के लिए बना तश्कर
एडीसीपी ने बताया संतोष मैनपुरी से दो बार जेल जा चुका है। 2021 में वह गांजा तश्करी में जेल गया और 2022 में गैंगस्टर एक्ट में करीब नौ माह तक जेल में रहा। संतोष ने बताया कि घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। छोटा भाई गूंगा था तो उसने काफी कम उम्र में डाइवर का काम शुरू कर दिया लेकिन पैसे ज्यादा नहीं मिलते थे। इसी बीच मैनपुरी का अनोज उसके संपर्क में आया। अनोज उड़ीसा से गांजे की तश्करी कराता था और एक खेप लाने पर संतोष को करीब 50 हजार रुपए मिलते थे। सारे खर्चे की जिम्मेदारी अनोज की ही थी।
बाद में संतोष ने डिमांड के आधार पर सप्लाई शुरू कर दी। बरामद गांजे वह उड़ीसा से तश्करी करके लाया था। गांजे की यह खेप दिल्ली एनसीआर के साथ ही हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खपाई जानी थी। एडीसीपी ने बताया कि संतोष इतना शातिर है कि उड़ीसा से माल लेकर चलने के बाद अपना मोबाइल बंद कर लेता था और तयशुरू जगह पर माल की सप्लाई के बाद ही किसी से संपर्क करता था। पुलिस को उसने कुछ अहम जानकारियां उपलब्ध कराई हैं। जानकारी के आधार पर पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं।