Uttarakhand Tunnel Incident: सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों से पाइप के जरिये हुआ संपर्क, इंदौर से लाई गई नई बोरिंग मशीन

0
223
Uttarakhand Tunnel Incident
उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों से पाइप के जरिये हुआ संपर्क, इंदौर से लाई गई नई बोरिंग मशीन।

Aaj Samaj (आज समाज), Uttarakhand Tunnel Incident, नई दिल्ली: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 40 मजदूरों को निकालने का काम तेजी से जारी है और गुरुवार देर रात इस मिशन में बड़ी सफलता मिली। सुरंग में 900 एमएम चौड़ाई और 6 मीटर लंबाई वाले पांच पाइप डाले गए हैं, जिसकी मदद से फंसे मजदूरों से संपर्क हो पाया है। कल बताया गया था कि मलबे में किसी कठोर पदार्थ की मौजूदगी ने ड्रिलिंग को अस्थायी रूप से रोक दिया है।

  • मलबे में बड़े बोल्डर व मशीनों के दबे होने की आशंका

केंद्र सरकार ने करवाई जियोफिजिकल स्टडी

केंद्र सरकार ने टनल के अंदर मौजूद मलबे की जियोफिजिकल स्टडी भी करवाई है और इसके लिए दिल्ली से आपरेशन साइट पर वैज्ञानिकों की टीम पहुंची है। मलबे में बड़े बोल्डर व मशीनों के दबे होने की आशंका है। कहा जा रहा है कि जियोफिजिकल स्टडी रिपोर्ट से ही तस्वीर साफ हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक कठोर पदार्थ को हटाने के लिए डायमंड-बिट मशीनों की मदद ली गई और इसके तुरंत बाद ड्रिलिंग फिर से शुरू की गई।

अब भी 30-40 मीटर तक खुदाई की जानी बाकी

इमरजेंसी आपरेशन सेंटर की तरफ से बताया गया कि बचावकर्मी शुक्रवार शाम तक, एडवांस ड्रिलिंग मशीन की मदद से टनल के भीतर जमा हुए मलबे को 24 मीटर तक निकालने में कामयाब रहे हैं। सुरंग के भीतर करीब 60 मीटर पर मजदूरों के फंसे होने की आशंका है और मजदूरों को निकालने में सक्षम बनाने के लिए 60 मीटर तक मलबा हटाने की जरूरत पड़ सकती है। बताया गया है कि टनल में अगले 30 से 35 मीटर की खुदाई के बाद अच्छी खबर मिल सकती है। ड्रिलिंग मशीन पूरी क्षमता पर काम कर रही है ताकि जल्द मजदूरों को बाहर निकाला जा सके।

ऑपरेशन 32 घंटे से बंद, जौलीग्रांट एयर पोर्ट से ट्रकों के जरिए लाई जा रही मशीन

इस बीच इंदौर से एक नई बोरिंग मशीन लाई गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड के निदेशक अंशू मनीष ने बताया था कि जल्द अंत तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं और इंदौर से एक और मशीन एयरलिफ्ट कर रहे हैं। देर शाम मशीन जौलीग्रांट एयर पोर्ट पर उतारी गई है और इसे तीन ट्रकों के जरिए ऑपरेशन साइट पर लाया जा रहा है। दोपहर तक मशीन के साइट पर पहुंचने की उम्मीद है। फिलहाल पूरा बचाव ऑपरेशन पिछले 32 घंटे से बंद पड़ा है।

लगातार बचाव कार्यों का अपडेट ले रहे प्रधानमंत्री : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने का काम तेज गति से किया जा रहा है। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बचाव कार्यों का अपडेट ले रहे हैं। सभी श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकालने हेतु केंद्रीय एजेंसियों एवं प्रदेश प्रशासन की टीमें पूरी ताकत से जुटी हुई हैं। बचाव अभियान पर अपने नवीनतम अपडेट में राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड ने कहा कि सुरंग में फंसे हुए सभी मजदूर अब तक शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं। अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि फंसे हुए मजदूरों तक ऑक्सीजन, दवाएं, भोजन और पानी जैसी जरूरी आपूर्ति एयर-कंप्रेस्ड पाइप के जरिये पहुंचे।

यह भी पढ़ें :

Connect With Us: Twitter Facebook