Uttarakhand Haridwar News: हरिद्वार में 40 कांवड़ियों की जिंदगी बचा चुके हैं जाबांज तैराक आशिक अली

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Uttarakhand Haridwar News हरिद्वार में 40 कांवड़ियों की जिंदगी बचा चुके हैं जाबांज तैराक आशिक अली
Uttarakhand Haridwar News : हरिद्वार में 40 कांवड़ियों की जिंदगी बचा चुके हैं जाबांज तैराक आशिक अली

Haridwar Kanwariya News, (आज समाज), देहरादून: सावन शुरू होते ही धर्मनगरी हरिद्वार में कावड़ियों की आवाजाही बढ़ जाती है और स्थानीय प्रशासन उनकी सुरक्षा पर अतिरिक्त एहतियात बरतता है। वो इसलिए क्योंकि सावन में बरसात का मौसम होता है और गंगा उफान पर होती है।

हरिद्वार आने वाले कावड़िएं गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाते हैं और इस दौरान डूबने के कई मामले सामने आते हैं। ऐसी घटनाओं के मद्देनजर किसी अनहोनी से बचाने के लिए हमेशा की तरह इस बार भी पुलिस और एसडीआरएफ  समेत अन्य सुरक्षा बलों के जवान तैनात किए गए हैं। इनमें से एसडीआरएफ में शामिल जाबांज तैराक आशिक अली अब तक 40 कांवड़ियों की जिंदगी बचा चुके हैं।

हरिद्वार में गंगा पर उमड़ी कावड़ियों की भीड़

सावन आते ही हरिद्वार में कावड़ियों की आवाजाही और उनकी सुरक्षा को लेकर 20 जुलाई से एसडीआरएफ की पूरी टीम तैनात है। हमेशा की तरह इस बार भी यहां गंगा नदी में कावड़ियों की भीड़ जमकर उमड़ रही है और उत्तराखंड एसडीआरएफ के जवानों ने गंगा घाट पर उन्हें बचाने के लिए रात दिन एक कर दिया है। 40 कांवड़ियों की जान बचाने वाले एसडीआरएफ के जवान हेड कॉन्स्टेबल आशिक अली इन दिनों काफी चर्चा में हैं।

देहरादून के सहसपुर निवासी हैं आशिक अली

आशिक अली देहरादून के सहसपुर निवासी हैं और वह 2012 में उत्तराखंड पुलिस में भर्ती हुए थे। 2021 में एसडीआरएफ में वह हेड कांस्टेबल बने। एसडीआरएफ से जुड़ने के बाद से ही वह लगातार उन जगहों पर लोगों को बचाने के लिए जाते हैं, जहां पर एसडीआरएफ की जरूरत होती है। आशिक अली किसी भी कावड़िए को डूबता देख  तुरंत गंगा नदी में छलांग लगाते हैं और कांवड़ियों को बचाकर लाते हैं।