Aaj Samaj (आज समाज), Uttarakhand Forest Land Scam, देहरादून: उत्तराखंड में कथित वन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पूर्व मंत्री और उत्तराखंड कांग्रेस के नेता हरक सिंह रावत के देहरादून स्थित घर के अलावा उनके करीबियों के चंडीगढ़, हरियाणा व दिल्ली में 12 ठिकानों पर छापेमारी की।
- दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ में 12 जगह दबिश
पेड़ों की अवैध कटाई व अवैध निर्माण के आरोप
सूत्रों के अनुसार, रावत के मंत्री रहते कॉर्बेट पार्क के पाखरों रेंज में टाइगर सफारी प्रोजेक्ट के लिए 169 पेड़ों की जगह 6000 पेड़ों की अवैध कटाई की गई थी। इसके अलावा अवैध निर्माण भी हुआ था। मामले में रावत, तब के कुछ अधिकारियों और उनके करीबियों पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं।
विजिलेंस डिपार्टमेंट ने अगस्त, 2023 में मारे थे छापे
विजिलेंस डिपार्टमेंट ने इससे पहले 30 अगस्त, 2023 को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण को लेकर देहरादून में हरक सिंह रावत के कई ठिकानों पर छापे मारे थे। इसमें उनके बेटे के भी कई संस्थान शामिल थे। बीजेपी विधायक दिलीप रावत ने इन मामलों की सीबीआई से जांच की मांग की थी। वहीं मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरक सिंह की संपत्तियों के खिलाफ जांच का आदेश दिया है।
बीजेपी सरकार में वन मंत्री रहे थे, 2022 में कांग्रेस में शामिल हुए
रावत 2019-20 में बीजेपी सरकार में वन मंत्री थे। अनुशासनहीनता के आरोप में भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर कैबिनेट मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद 2022 में हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उनकी बहू अनुकृति गुसाई ने भी उनके साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया था।
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