- डीपीआर बनाने के लिए अपनी- अपनी योजना पेश की
- 70 प्रतिशत अंक पाने वाली कंपनी करेगी क्वालिफाई
- फिर वित्तीय बिड खोली जाएंगी
(Uttar Pradesh News) गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) उपाध्यक्ष अतुल वत्स की अध्यक्षता में मंगलवार को जीडीए सभागार में हरनंदीपुरम योजना की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाए जाने के लिए तीन कंपनियों मैसर्स ट्रेकटेबेल इंजीनियरिंग, मैसर्स एंजिल कन्सलटेंसी सर्विसेज एवं मैसर्स डीडीएफ कन्सलटेंट प्रा. लि. की तरफ से प्रजेंटेशन किया गया। प्रजेंटेशन में तीनों कंपनियों ने इस प्रोजेक्ट के डीपीआर के लिए अपनी- अपनी योजना को प्रस्तुत की। प्रस्तुतीकरण में मुख्यतः रेजीडेंसियल एरिया, कॉमर्शियल एरिया और इसके अतिरिक्त सम्पूर्ण प्लान को समायोजित किया गया।
प्रजेंटेशन प्रस्तुत करने वाली तीनों कंपनियों को फाइनेसियल बिड में क्वालीफाई करने के लिए न्यूनतम 70 अंक हासिल करना अनिवार्य किया गया है
इसके अतिरिक्त पानी की निकासी एवं प्रदूषण से निपटने के लिए इंतजाम का भी विस्तृत विवरण दिया गया। रोड कनेक्टीविटी के बारे में भी कपंनियों द्वारा अपनी प्लानिंग का प्रस्तुतीकरण किया गया। उक्त प्रस्तुतीकरण के बाद बैठक में उपस्थित अधिकारियों द्वारा कई तरह की जिज्ञासाऐं व्यक्त की गईं, जिस पर कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने अपने जवाब दिये। प्रजेंटेशन प्रस्तुत करने वाली तीनों कंपनियों को फाइनेसियल बिड में क्वालीफाई करने के लिए न्यूनतम 70 अंक हासिल करना अनिवार्य किया गया है, जिसका निर्णय समिति के द्वारा प्रजेंटेशन के आधार पर लिया जायेगा।
समिति के द्वारा प्रजेंटेशन के आधार पर क्वालीफाई करने वाली कंपनी की ही वित्तीय बिड खोली जायेगी। वित्तीय बिड में क्वालीफाई करने वाली कंपनी का कार्यादेश जारी किया जायेगा। महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि उक्त योजना के डीपीआर में प्रति हेक्टेयर के हिसाब से भुगतान किये जाने की शर्त निर्धारित की गई है। उक्त बैठक में जीडीए सचिव आरके सिंह, अपर सचिव प्रदीप कुमार सिंह, वित्त नियंत्रक, प्रभारी चीफ इंजीनियर के अतिरिक्त अधिशासी अभियन्ता एवं सहायक अभियंता भी मौजूद रहे।
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