Aaj Samaj (आज समाज), US President Joe Biden, वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास के आतंकियों से गाजा में संघर्ष समाप्त करने के लिए इजरायल के नए प्रस्ताव को स्वीकार करने की अपील की है। बता दें हाल ही में हमास ने एक बयान जारी कर कहा था कि अगर इजरायली सेना गाजा में लोगों के खिलाफ युद्ध और आक्रामकता बंद कर देती है तो वे बंधकों की अदला-बदली से जुड़ी डील को अमलीजामा पहनाने के लिए तैयार हैं। हमास ने यह भी कहा है कि आक्रामकता, घेराबंदी, भुखमरी और नरसंहार के बीच सीजफायर की बातचीत नहीं हो सकती।
- हमास ने कही थी बंधकों की अदला-बदली की बात
इजरायल ने भी है शांति की बात की
हमास के इस बयान के बाद इजरायल ने भी शांति की बात की है। इस बीच बाइडेन ने हमास से इजरायल के नए प्रस्ताव को स्वीकार करने का आग्रह किया। उन्होंने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में दोनों पक्षों के नेताओं का आह्वान किया कि वे इस मौके को मत गवाएं। इस जानलेवा संघर्ष को खत्म करने का यही सबसे अच्छा तरीका है। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा प्रस्तुत नया प्रस्ताव तीन चरणों में बना है।
पहले चरण में गाजा के आबादी वाले केंद्रों से हटेगी इजरायली सेना
पहले चरण में छह सप्ताह तक चलने वाले युद्ध विराम के दौरान इजरायली सेना गाजा के आबादी वाले केंद्रों से हट जाएगी तथा बुजुर्ग और महिला बंधकों को सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों के बदले में दिया जाएगा। बाइडेन ने कहा कि फिलिस्तीनी नागरिक उत्तरी गाजा सहित गाजा में लौटेंगे तथा 600 ट्रक प्रतिदिन गाजा में मानवीय सहायता के लिए भेजे जाएंगे। दूसरे चरण में, हमास और इजरायल 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद से बनी शत्रुता के स्थायी अंत की शर्तों पर बातचीत करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि जब तक बातचीत जारी रहेगी, तब तक युद्ध विराम जारी रहेगा। तीसरे चरण में गाजा के लिए एक प्रमुख पुनर्निर्माण योजना शामिल होगी।
गाजा में ठीक से वितरित नहीं हो पा रही मदद : एंटनी ब्लिंकन
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गाजा में मानवीय स्थिति को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि गाजा के भीतर मदद ठीक से वितरित नहीं हो पा रही है। गाजा में प्रवेश करने वाले ट्रकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि उत्तर में क्रॉसिंग को खोलने सहित सकारात्मक बदलाव हुए हैं, लेकिन मदद का वितरण प्रभावी ढंग से नहीं हो पा रहा है।
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर दागे थे करीब 5000 रॉकेट
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर पांच हजार रॉकेट दागे थे। इसके साथ ही हमास के लड़ाके दक्षिणी इजरायल में घुस आए थे और लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था। हमास के इस हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे। इसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग शुरू कर दी थी। उसने कसम खाई है कि वह हमास को खत्म करके रहेगा।
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