Jo Biden On Dr. Manmohan Singh Dealth, (आज समाज), वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने डॉक्टर मनमोहन के कार्यों व समर्पण और अमेरिका-भारत के बीच रिश्तों तथा वैश्विक सहयोग में उनके योगदान को सराहा है। बाइडेन ने यह भी कहा कि डॉक्टर मनमोहन एक सच्चे राजनेता और समर्पित लोक सेवक थे।

व्हाइट हाउस ने जारी किया है आधिकारिक बयान

व्हाइट हाउस द्वारा जारी आधिकारिक बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, जिल (बाइडेन की पत्नी) और मैं भारत के लोगों के साथ पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। आज संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच अभूतपूर्व स्तर का सहयोग प्रधानमंत्री की रणनीतिक दृष्टि और राजनीतिक साहस के बिना संभव नहीं होता।

दयालु और विनम्र व्यक्ति भी थे मनमोहन सिंह

अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु समझौते को आगे बढ़ाने से लेकर इंडो-पैसिफिक भागीदारों के बीच पहले क्वाड को लॉन्च करने में मदद करने तक, डॉक्टर मनमोहन ने ऐसी प्रगति की रूपरेखा तैयार की जो आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे राष्ट्रों व दुनिया को मजबूत बनाती रहेगी। उन्होंने कहा, डॉक्टर मनमोहन एक सच्चे राजनेता व समर्पित लोक सेवक होने के साथ-साथ वह एक दयालु और विनम्र व्यक्ति थे।

मनमोहन सिंह संग अपनी बैठकों को भी याद किया

जो बाइडेन ने अपने पेशेवर जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों के दौरान मनमोहन सिंह के साथ अपनी बैठकों को भी याद किया। व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार उन्होंने कहा, मुझे 2008 में सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष के रूप में और 2009 में संयुक्त राज्य अमेरिका की उनकी आधिकारिक राजकीय यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति के रूप में प्रधानमंत्री सिंह से मिलने का मौका मिला था। उन्होंने 2013 में नई दिल्ली में भी मेरी मेजबानी की थी। बाइडेन ने कहा, जैसा कि हमने तब चर्चा की थी, अमेरिका-भारत संबंध दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है।

गुरशरण व उनके तीन बच्चों के प्रति मेरी व जिल की संवेदना

व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, जिल और मैं पूर्व प्रथम महिला गुरशरण कौर, उनके तीन बच्चों और भारत के सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। मनमोहन सिंह की विरासत में 1991 में वित्त मंत्री के रूप में उनके द्वारा शुरू किए गए आर्थिक उदारीकरण सुधार शामिल हैं, जिसने भारत की अर्थव्यवस्था को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया।

गुरुवार रात को हुआ निधन, अभी चल रहा अंतिम संस्कार

डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने के लिए काम किया। विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपने संबंधों में, और ब्रिक्स जैसी पहलों के माध्यम से उन्होंने क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया। बता दें कि डॉक्टर मनमोहन को गुरुवार रात को उम्र से संबंधित चिकित्सा स्थितियों के कारण दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज इसी समय राजघाट के पास किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें : Dr Manmohan Last Rites: अंतिम सफर पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह