Uric acid : रिक एसिड में कौन सी दालों को खाने से करना चाहिए परहेज

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चना दाल

Uric acid : भारतीय घरों में दाल से बने व्यंजनों का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। सिंपल दाल या फिर दाल से बनी पूड़ी, हर किसी की पसंदीदा डिश होती है। लेकिन कुछ लोगों के लिए दाल का सेवन करना हेल्दी नहीं होता है। मुख्य रूप से यूरिक एसिड के मरीजों को कुछ दालों का सेवन करने से परहेज करने की सलाह दी जाती है। अगर आप दाल का सेवन करते हैं, तो आपके जोड़ों में दर्द, सूजन जैसी परेशानी काफी ज्यादा बढ़ सकती है। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे दालों के बारे में बताएंगे, जिसे यूरिक एसिड के मरीजों को परहेज करने की जरूरत होती है।

यूरिक एसिड में न खाएं मसूर की दाल

अगर आप यूरिक एसिड से जूझ रहे हैं, तो कोशिश करें की मसूर की दाल का सेवन न करें। दरअसल, मसूर की दाल में प्यूरीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। हालांकि, इसमें प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व काफी ज्यादा होते हैं, लेकिन यूरिक एसिड के मरीजों के लिए यह सही नहीं माना जाता है। इसलिए कोशिश करें कि इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें।

यूरिक एसिड में न खाएं उड़द दाल

उड़द दाल यानि बिना छिलके वाली दालों को भी यूरिक एसिड में खाने से बचना चाहिए। इसमें प्यूरीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है। हालांकि, यह पौष्टिक है और इसमें पर्याप्त फाइबर है, लेकिन इस दाल का अधिक सेवन शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है।

यूरिक एसिड में न खाएं अरहर की दाल

यूरिक एसिड के मरीजों को अपने आहार में अरहर की दाल को भी शामिल नहीं करना चाहिए। दरअसल, अरहर के दाल में प्यूरीन काफी अधिक मात्रा में होता है, जिससे आपके ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है। भारतीय घरों में सबसे अधिक अरहर की दाल का प्रयोग होता है। अगर आप खुद को यूरिक एसिड से सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो अरहर की दाल का सेवन कम करें।

यूरिक एसिड में न खाएं काली या साबुत उड़द की दाल –

यूरिक एसिड के मरीजों को अपने आहार में काली उड़द की दाल को भी शामिल करने से बचना चाहिए। इसमें प्यूरीन की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है। अधिकतर लोग इडली, डोसा जैसे आहार में इसे शामिल करते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपका यूरिक एसिड कंट्रोल हो, तो काली उड़द की दाल का सेवन सीमित करें।

यूरिक एसिड में न खाएं चना दाल

चना दाल का सेवन भी यूरिक एसिड के मरीजों को सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। इसमें भी मध्यम मात्रा में प्यूरीन होता है। यह भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे आम दात है। हालांकि, हम में से कई लोग इसे संतुलित आहार का हिस्सा मानते हैं। अगर आप काफी मात्रा में चना दाल खाते हैं, तो इससे अर्थराइटिस, यूरिक एसिड जैसी परेशानियां बढ़ सकती हैं।