आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
सांसद कार्तिक शर्मा ने पिछले तीन वर्षों में पंजीकृत यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों की संख्या के संबंध में प्रश्न किया। इस पर वित्त मंत्रालय ने बताया कि जैसा कि एनपीसीआई द्वारा सूचित किया गया है, ग्राहकों को यूपीआई धोखाधड़ी से बचाने के लिए निम्नानुसार कदम उठाए गए हैं।
धोखाधड़ी से बचाने के लिए उठाए गए अनेक कदम
• UPI एक सिंगल क्लिक टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन है जो डिवाइस है जिसमें फिंगरप्रिंट/पासकोड को फर्स्ट फैक्टर के रूप में और यूपीआई पिन को सेकंड फैक्टर के रूप में प्रयोग किया जाता है।
• यूपीआई में डिवाइस बाइंडिंग की अवधारणा है जिसमें उपयोगकर्ता का मोबाइल नंबर उसके मोबाइल डिवाइस से जुड़ा होता है जिससे किसी के लिए हस्तक्षेप करना असंभव हो जाता है। इसके अतिरिक्त, उपयोगकर्ता को अपने डेबिट कार्ड क्रेडेंशियल्स और अंत में यूपीआई पिन बनाने के लिए एक ओटीपी की आवश्यकता होती है ताकि उसके बैंक खाते को यूपीआई ऐप से जोड़ा जा सके।
• यदि कोई उपयोगकर्ता किसी अज्ञात लाभार्थी को भुगतान कर रहा है तो UPI ऐप्स इन-ऐप सूचना प्रदान करते हैं। यह भुगतान करते समय प्रेषक को अंतिम लाभार्थी के नाम (बैंकिंग रिकॉर्ड के अनुसार) की भी पुष्टि करता है जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि पैसा किसे हस्तांतरित किया जा रहा है। यूपीआई का पिन पेज भी प्रमुखता से एक संदेश प्रदर्शित करता है कि यूपीआई पिन दर्ज करके, वह किसी और को पैसे ट्रांसफर कर रहा है।
• इसके अलावा, भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में कई हितधारकों द्वारा ग्राहक जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। सरकार राष्ट्रीय साइबर-अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल भी लेकर आई है, जिसमें एक उपयोगकर्ता 1930 पर कॉल करके तुरंत अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। यह लाभार्थी बैंकों के भुगतान को रोकने में मदद करता है, अगर तुरंत सूचना दी जाती है।
सांसद कार्तिक शर्मा ने पूछा ये प्रश्न
प्रश्न के दूसरे भाग में सांसद कार्तिक शर्मा ने पूछा कि दुनिया के कितने देशों ने अभी तक भारत द्वारा आविष्कृत UPI को अपनाया है। इस पर मंत्रालय ने कि बताया NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL), भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, UPI के अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए समर्पित है। NIPL ने मर्चेंट पर BHIM, UPI या QR की सीमा पार स्वीकृति को सक्षम करने के लिए विभिन्न पहल की हैं। ये साझेदारी भारतीय यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर अपनी सभी खुदरा खरीद के लिए भीम यूपीआई क्यूआर का उपयोग करके भुगतान करने की सुविधा प्रदान करती है। एनपीसीआई द्वारा सूचित किया गया है, वर्तमान में भीम यूपीआई क्यूआर को सिंगापुर, यूएई, मॉरीशस, नेपाल और भूटान में स्वीकृति मिल गई है।
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