Upcoming Expressways in India: भारत सरकार देश के परिवहन नेटवर्क को वर्ल्ड क्लास बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से हो रहा है, जिससे यात्रा समय कम होगा और देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। भारत का सड़क नेटवर्क दुनिया में तीसरे स्थान पर है, और यह जल्द ही अमेरिका और चीन को भी पीछे छोड़ सकता है। आइए जानते हैं भारत में जल्द बनने वाले टॉप 20 एक्सप्रेसवे के बारे में।
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एक्सप्रेसवे क्या होता है और यह हाईवे से कैसे अलग है?
एक्सप्रेसवे एक उच्च गति वाला, नियंत्रित पहुंच (Controlled Access) वाला सड़क मार्ग होता है, जहां वाहनों के लिए सीमित प्रवेश और निकास बिंदु होते हैं। एक्सप्रेसवे आमतौर पर 6 से 8 लेन के होते हैं, जिनमें गाड़ियां 100-120 किमी/घंटा की गति से चल सकती हैं। दूसरी ओर, हाईवे मुख्य सड़कों का नेटवर्क होता है, जिसमें ट्रैफिक लाइट्स, क्रॉसिंग और अन्य धीमा करने वाले कारक हो सकते हैं।
भारत में निर्माणाधीन 20 प्रमुख एक्सप्रेसवे
1. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 1350 किमी
- लागत: ₹1 लाख करोड़
- लेन: 8 (12 तक बढ़ाई जा सकती है)
- गति सीमा: 120 किमी/घंटा
- समाप्ति तिथि: अक्टूबर 2025
- विशेषताएँ: हर 100 किमी पर ट्रॉमा सेंटर, 12 हेलीपैड, वन्यजीवों के लिए विशेष ध्वनि प्रणाली।
2. द्वारका एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 29.10 किमी (10.1 किमी दिल्ली में, 18.9 किमी गुड़गांव में)
- लागत: ₹8,662 करोड़
- लेन: 8 लेन + स्थानीय लेन
- समाप्ति तिथि: मार्च 2024
- विशेषताएँ: इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम, संभावित मेट्रो कनेक्शन।
3. मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग
- लंबाई: 701 किमी
- लागत: ₹55,000 करोड़
- लेन: 6
- समाप्ति तिथि: जुलाई 2024
- विशेषताएँ: 150 किमी/घंटा गति सीमा, 390 गांवों और 10 जिलों को जोड़ेगा।
4. गंगा एक्सप्रेसवे (मेरठ-प्रयागराज)
- लंबाई: 594 किमी
- लागत: ₹40,000 करोड़
- लेन: 6 (8 तक बढ़ाई जा सकती है)
- समाप्ति तिथि: 2024 के अंत तक
- विशेषताएँ: मेरठ और प्रयागराज के बीच यात्रा समय 12 घंटे से घटकर 6 घंटे हो जाएगा।
5. दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 650 किमी
- लागत: ₹25,000 करोड़
- लेन: 4 (8 तक बढ़ाई जा सकती है)
- समाप्ति तिथि: 2025 के अंत तक
- विशेषताएँ: स्वर्ण मंदिर और वैष्णो देवी को जोड़ेगा, पर्यटन और धार्मिक यात्रा को बढ़ावा देगा।
6. अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 109.019 किमी
- लागत: ₹3,000 करोड़
- लेन: 4
- समाप्ति तिथि: दिसंबर 2024
- विशेषताएँ: धोलेरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जुड़ेगा, DMIC का हिस्सा।
7. बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 260.85 किमी
- लागत: ₹17,000 करोड़
- लेन: 4 (8 तक बढ़ाई जा सकती है)
- समाप्ति तिथि: अक्टूबर 2024
- विशेषताएँ: यात्रा समय 50 किमी कम होगा, गति सीमा 120 किमी/घंटा।
8. रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 464.662 किमी
- लागत: ₹20,000 करोड़
- लेन: 6
- समाप्ति तिथि: 2025
- विशेषताएँ: यात्रा समय 14 घंटे से घटकर 7 घंटे होगा।
9. नर्मदा एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 1300 किमी
- लागत: ₹31,000 करोड़
- लेन: 6 (8 तक बढ़ाया जा सकता है)
- समाप्ति तिथि: 2024 के अंत तक
- विशेषताएँ: मध्य प्रदेश को गुजरात और छत्तीसगढ़ से जोड़ेगा।
10. लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 62.764 किमी
- लागत: ₹4,700 करोड़
- लेन: 6
- समाप्ति तिथि: दिसंबर 2024
- विशेषताएँ: यात्रा के समय को घटाएगा, व्यापार को बढ़ावा देगा।
11. गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 700 किमी
- लागत: ₹35,000 करोड़
- लेन: 6
- समाप्ति तिथि: निर्माण प्रक्रिया जारी।
12. अमास-दरभंगा एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 230 किमी
- लागत: ₹5,000 करोड़
- लेन: 4 (6 तक बढ़ाई जा सकती है)
- समाप्ति तिथि: भूमि अधिग्रहण अंतिम चरण में।
13. फरीदाबाद-जेवर एयरपोर्ट एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 31.4 किमी
- समाप्ति तिथि: जून 2025
- विशेषताएँ: यात्रा का समय 1 घंटे से घटकर 15-30 मिनट हो जाएगा।
14. रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 719 किमी
- लागत: ₹60,000 करोड़
- समाप्ति तिथि: प्रस्तावित योजना।
15. आगरा-बरेली एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 228 किमी
- लागत: ₹4,000 करोड़
- समाप्ति तिथि: 2027 तक।
16. अलीगढ़-पलवल एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 32 किमी
- लागत: ₹2,300 करोड़
- समाप्ति तिथि: निर्माण कार्य शुरू।
17. जेवर एयरपोर्ट-न्यू नोएडा एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 16 किमी
- समाप्ति तिथि: 2024 के अंत तक।
18. गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 380 किमी
- समाप्ति तिथि: 2026 तक।
19. कांगड़ा-शिमला हाईवे
- लंबाई: 225 किमी
- समाप्ति तिथि: दिसंबर 2024।
20. हैदराबाद-इंदौर एक्सप्रेसवे
- लंबाई: 713 किमी
- लागत: ₹15,000 करोड़
- समाप्ति तिथि: मार्च 2025।