साहिबगंज (झारखंड), एजेंसी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने झारखंड में रैली को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार आते ही किसानों के दो लाख तक के कर्ज को माफ किया जाएगा। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार चंद पूंजीपतियों के लिए काम करने वाली सरकार है। राहुल गांधी अपने गठबंधन सहयोगी झामुमो के प्रत्याशी केतुबुद्दीन शेख के समर्थन में रैली बोल रहे थे। इन चुनावों में पहली बार उनके साथ मंच पर झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी उपस्थित थे। राहुल गांधी ने भाजपा नीत केन्द्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार देश के सिर्फ चुनिंदा 15-20 पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। साथ ही उन्होंने कांग्रेस-नीत गठबंधन की सरकार बनने पर आदिवासियों के जल, जंगल जमीन की रक्षा करने की बात भी कही। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह गरीबों का पैसा लेकर पूंजीपतियों अंबानी और अडाणी को दे रही है। केंद्र सरकार झारखंड के आदिवासियों से जमीन छीनकर इन उद्योगपतियों को देने का काम कर रही है। लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी। राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार ने टाटा से जमीन वापस लेकर आदिवासियों को लौटा दी।
उन्होंने कहा कि ऐसा हमने इसलिए किया क्योंकि टाटा जैसी बड़ी कंपनी ने पांच वर्ष से अधिक समय से आदिवासियों की जमीन लेकर वहां उद्योग नहीं लगाया था। हमने कानून बनाया था कि जो भी उद्योगपति पांच वर्ष तक भी भूमि का उपयोग नहीं करेगा उससे जमीन वापस ले ली जायेगी और किसानों और आदिवासियों को लौटा दी जायेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने देश के उद्योग धंधे बंद कर दिए हैं। छोटे व्यापारियों का व्यवसाय चौपट हो गया है। लोगों के पास रोजगार नहीं है। गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ में किसानों को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,500 रुपया देने से मना कर दिया लेकिन उनकी सरकार ने ऐसा कर दिखाया। जबकि झारखंड में अभी भी किसानों को 1,300 रुपये प्रति क्विंटल ही धान का मूल्य मिल रहा है।