UP News : यूपी में हाथरस के सलेमपुर में बनेगा औद्योगिक क्षेत्र, खर्च होंगे 325 करोड़ रूपये

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UP News : यूपी में हाथरस के सलेमपुर में बनेगा औद्योगिक क्षेत्र, खर्च होंगे 325 करोड़ रूपये
UP News : यूपी में हाथरस के सलेमपुर में बनेगा औद्योगिक क्षेत्र, खर्च होंगे 325 करोड़ रूपये

UP News | अजय त्रिवेदी, लखनऊ | उद्योगों के लिए जमीन की बढ़ती मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दिल्ली के करीब हाथरस जिले के सलेमपुर में नया औद्योगिक क्षेत्र बनाएगी। लगभग 483 एकड़ क्षेत्रफल में बनने वाले इस औद्योगिक क्षेत्र पर 325.54 करोड़ रूपये खर्च होंगे।औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों के मुताबिक हाथरस के सलेमपुर को इंडस्ट्रियल एरिया के तौर पर विकसित करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है।

इस कार्ययोजना को क्रियान्वित करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने हाथरस के सलेमपुर की औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर कायाकल्प की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस प्रक्रिया को कॉन्ट्रैक्टर एजेंसी की नियुक्ति और कार्यावंटन के जरिए पूरा किया जाएगा। यूपीसीडा द्वारा सलेमपुर के विकास कार्यों को इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट व कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) माध्यम के जरिए दो फेज में कराया जाएगा।

इसमें कुल मिलाकर 325.54 करोड़ रुपए व्यय होंगे और इसे बनाने वाली एजेंसी 8 महीने की अवधि के भीतर सभीकाम पूरा करेगी। कार्ययोजना के मुताबिक  यूपीसीडा द्वारा सलेमपुर में 483 एकड़ क्षेत्र को फिलहाल इंडस्ट्रियल एरिया के तौर पर विकसित किया जाएगा। आगे जरूरत के अनुसार इस क्षेत्र को और भी बढ़ाया जा सकता है। गौरतलब है  कि मास्टर प्लान के हिसाब से पहले फेज में 7,99,899 स्क्वेयर मीटर व दूसरे फेज में 3,28,572 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र को इंडस्ट्रियल प्लॉटेड एरिया के तौर पर विकसित किया जाएगा।

वेयरहाउस एरिया के तौर पर 40,118 स्क्वेयर मीटर, कमर्शियल एरिया के तौर पर 26,579 स्क्वेयर मीटर तथा एमिनिटीज एरिया के तौर पर 1,22,467 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र का विकास होगा। यहां कुल दो फेज में 10.57 व 10.15 किलोमीटर सड़कों का निर्माण भी होगा। वहीं, पहले फेज में 92,312 तथा दूसरे फेज में 111335 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र को लैंडस्केप एरिया के तौर पर विकसित किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि सलेमपुर औद्योगिक क्षेत्र को हाथरस-मथुरा रोड (हाथरस-सिकंदराराऊ मेन रोड) से कनेक्ट किया जाएगा। मास्टर प्लान के अनुसार, सड़क निर्माण कार्य, पेयजल आपूर्ति नेटवर्क, राइजिंग मेन नेटवर्क, बोरवेल का विकास, रीसाइकल्ड वॉटर सप्लाई नेटवर्क, डोमेस्टिक सीवरेज कलेक्शन नेटवर्क, सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट, औद्योगिक अपशिष्ट संग्रह और परिवहन के लिए सीईटीपी नेटवर्क का विकास किया जाएगा।

वर्षा जल संचयन, तूफान-भारी बारिश में जल निकासी की प्रक्रिया, एससीएडीए मानकों युक्त बिजली धर, भूनिर्माण समेक विविध कार्य तथा सुविधा भवन, प्रवेश द्वार, परिसर व बाउंड्री वॉल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर्स का विकास किया जाएगा। पूरे क्षेत्र को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की आधुनिक वाईफाई व इंटरनेट एक्सेस कनेक्टिविटी से युक्त किया जाएगा। यहां सभी प्लॉट्स को प्लग एंड प्ले प्रक्रिया से भी युक्त करने की प्रक्रिया को अंजाम दिया जाएगा।

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