Unscrupulous miscreants in UP, bullets in open meeting, Yogi government suspended SDM, CO, SO: यूपी में बेखौफ बदमाश, खुली बैठक में चली गोलियां, योगी सरकार ने सस्पेंड किए एसडीएम, सीओ, एसओ

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उत्तर प्रदेश में एक मामला थमता नहीं कि अपराध का दूसरा बड़ा मामला सामने आ जाता है। जिसकेकारण्ण यूपी पुलिस पर बार-बार सवालिया निशान लगा रहा है। यूपी में अपराध और अपराधी के हौसले बुलंद हैं। यूपी में अपराध की स्थिति को लेकर यूपी की योगी सरकार पर राजनीतिक पार्टियां सवाल उठा रही हैं। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने तो हाथरस कांड केबाद सीएम योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग कर ली थी। बलिया में खुली बैठक के दौरान पुलिस के सामने ही ताबड़तोड़ गोलियां चल गई। इससे यही कहा जा सकता है कि पुलिस का खौफ यूपी में खत्म सा हो गया है। बता दें योगी सरकार ने इस घटना के बाद कड़ी कार्रवाई करते हुए घटना के समय मौके पर मौजूद एसडीएम, सीओ, एसओ और सभी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना में अधिकारियों की भूमिका साबित होने पर अपराधिक कार्रवाई के भी निर्देश दिये गए हैं। मामले में आरोपी नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
बलिया में ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की कोटे की दो दुकानों के आवंटन को लेकर दो गुटों के बीच एकाएक मारपीट के बाद गोली चली । पंचायत भवन में गुरुवार की दोपहर खुली बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया। दुर्जनपुर की दुकान के लिये आम सहमति नहीं बन सकी। दो समूहों मां सायर जगदंबा स्वयं सहायता समूह और शिव शक्ति स्वयं सहायता समूह के बीच मतदान कराने का निर्णय लिया गया। अधिकारियोंइस वोटिंग के लिए आधार कार्ड या कोई और पहचान पत्र होने पर ही वोट देने की अनुमति देने की बात कही। जिसके बाद एक पक्ष के पास उनके पहचान पत्र थे लेकिन दूसरे गुट के पास पहचान पत्र न होने के कारण दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया। मामला बिगड़ता देख अधिकारी वहां सेबैठक को स्थगित कर चले गए। मौके पर मौजूद रेवती पुलिस दोनों पक्षों को समझाने और विवाद शांत करने में जुट गई। एक पक्ष अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करने लगा। इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोगों से भिड़ंत हो गयी। बात बढ़ी तो लाठी-डंडे के साथ ही ईट-पत्थर चलने लगा। इसी बीच एक पक्ष की ओर से फायरिंग शुरू हो गयी। दुर्जनपुर के 46 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ गामा पाल को ताबड़तोड़ चार गोलियां मार दी गई जिससे उसकी मौत हो गई।