UNRWA Report: इजरायल-हमास के बीच जंग के कारण गाजा पट्टी में 40 मिलियन टन मलबा मौजूद

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UNRWA Report इजरायल-हमास के बीच जंग के कारण गाजा पट्टी में 40 मिलियन टन मलबा मौजूद
UNRWA Report : इजरायल-हमास के बीच जंग के कारण गाजा पट्टी में 40 मिलियन टन मलबा मौजूद

Israel-Hamas Impact On Gaza Strip, (आज समाज), न्यूयार्क: संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने कहा है कि इजरायल सेना अब भी किसी सूरत में आतंकी संगठन हमास को राहत देने के मूड में नही है और उसने बमबारी से गाजा पट्टी की इतनी दुर्गति कर दी है कि मलबे को साफ करने में 15 साल लग जाएंगे। बता दें कि इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध को 9 महीने हो चुके हैं और अब भी दोनों पक्षों में जंग जारी है।

500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का खर्च आएगा

फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने ‘एक्स’ पर सोमवार को कहा कि इजरायल के हमले की वजह से गाजा पट्टी में लगभग 40 मिलियन टन मलबा उत्पन्न हो गया है और उसे क्लियर करने में लगभग 15 वर्ष का समय लगेगा। यूएनआरडब्ल्यूए ने यह भी कहा कि मलबा गाजा पट्टी के लोगों के लिए जानलेवा खतरा बन सकता है, क्योंकि इसमें विस्फोटक व हानिकारक पदार्थ हो सकते हैं। मलबे को हटाने के लिए 100 से अधिक ट्रकों की जरूरत होगी और इसकी लागत 500 मिलियन डॉलर से अधिक होगी।

मलबे में भारी मात्रा में मानव अवशेष

यूएनईपी ने कहा है कि कुछ मलबा एस्बेस्टस से दूषित है, जो जहरीला खनिज है। अधिकारियों ने कहा कि यह कैंसर सहित फेफड़ों के रोगों की वजह बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इमारतों के मलबे में भारी मात्रा में मानव अवशेष में दबे हुए हैं, जिनके सड़ने के कारण गंभीर बीमारियां शहर को चपेट में ले सकती हैं।

पहले के युद्धों से मलबा 13 गुणा ज्यादा

यूएनईपी ने कहा है कि इजरायल ने 2014 में जब गाजा पर हमला किया था तब वहां से करीब 2.4 मिलियन टन मलबा हटाया गया था। अबकी बार गाजा पट्टी में मलबे की मात्रा 2008 के बाद से वहां अन्य संघर्षों द्वारा उत्पन्न सभी मलबे के योग से 13 गुना अधिक है।