नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को नागरिकता संशोधन बिल 2019 पास हो गया। इस बिल का कई जगह स्वागत किया गया तो कई जगह जमकर विरोध हो रहा है। असम बुरी तरह जल रहा है। पूर्वोत्तर के राज्यों में इस बिल को लेकर आगजनी और जोरदार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बिल के राज्यसभा से पास होने के बाद यह आंदोलन उग्र हो गया है और जबरदस्त हिंसा भड़क उठी है। इस पर काबू पाने के लिए कल ही वहां 5000 अतिरिक्त सुरक्षाबलों को वहां भेजा गया है।
हालात को नियंत्रण में रखने के लिए कल शाम से वहां इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं और कुछ स्थानों पर कर्फ्यू लगाया गया है। कई जगहों पर बुधवार की रात को तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आई। जिसके बाद सेना ने फ्लैग मार्च किया और सुरक्षाबलों को फायरिंग करनी पड़ी। इसके अलावा, कुछ हिसों में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया और वहां के दस जिलों में इंटरनेट पर रोक लगा दी गई। वहीं असम के मुख्यमंत्री सवार्नंद सोनोवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मैं लोगों से यह अपील करता हूं कि वे शांति बरते और दिगभ्रमित न हों। भारी हिंसा को देखते हुए, सरकार ने असम सेक्टर जानेवाली और वहां से आनेवाली कुछ फ्लाइट्स को रद्द कर दिया है। एयरपोर्ट अथॉरिटी आॅफ इंडिया के नॉर्थ ईस्ट के रिजनल एग्जक्यूटिव डायरेक्टर संजीव जिंदल का कहना है- डिब्रूगढ़ की 9 फ्लाइट्स रद्द की गई हैं क्योंकि कोई टैक्सी वहां पर नहीं है और कुछ पैसेंजर्स जो कल वहां पहुंचे थे वे वहीं पर फंसे हुए हैं।
सीएम आवास पर पथराव
असम में बिल के विरोध का सामना मुख्यमंत्री सोनोवाल को भी करना पड़ा। असम के डिब्रूगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने बुधवार की देर रात मुख्यमंत्री सवार्नांद सोनोवाल के घर पर पथराव किया। डिब्रूगढ़ के पुलिस उपायुक्त पल्लव गोपाल झा ने बताया कि बुधवार रात कुछ लोग लखीनगर क्षेत्र स्थित मुख्यमंत्री के आवास की ओर पहुंचे और उन्होंने पत्थर फेंके। असम के दुलियाजन में नागरिकता विधेयक का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर पर हमला किया, जिसमें संपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा।