संजीव कुमार, रोहतक :
हरियाणा सरकार की आनलाइन ट्रांसफर पालिसी में विश्वविद्यालय को भी शामिल किए जाने के विरोध में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रधान रणधीर कटारिया ने आल हरियाणा विश्वविद्यालय फेडरेशन के चेयरमैन दयानंद सोनी से बात की और उनको विश्वविद्यालय के कर्मचारियों का आनलाइन तबादले के विरोध करते हुए उसके नुक्सान के बारे में चेताया और साथ ही तुरंत कोई संज्ञान लेने की बात भी रखी। इस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी विश्वविद्यालयों के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के पदाधिकारी चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार में शाम के समय ही एकत्रित हुए अपना रोष प्रकट किया। सभी विश्वविद्यालयों के प्रधान और पदाधिकारी उग्र रूप में दिखें और साथ ही यह फैसला लिया कि सभी विश्वविद्यालयों के शिक्षक और गैर शिक्षक संघ के पदाधिकारी वीरवार को अपने विश्वविद्यालय से चंडीगढ़ के लिए रवाना होंगे। और प्रशासन को इस कर्मचारी विरोधी नीति के खिलाफ न हीं सिर्फ सरकार को ज्ञापन देंगे बल्कि सरकार को यह भी चेताया जाएगा कि विश्वविद्यालय कर्मचारियों की स्वायत्तता के खिलाफ कोई भी छेड़छाड़ की जाती है तो सभी विश्वविद्यालय एक साथ कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रधान रणधीर कटारिया ने सभा में कहा कि सभी विश्वविद्यालय की अपनी स्वायत्तता है इसी स्वायत्तता के आधार पर सभी विश्वविद्यालय अपने अपने हितों के फैसले लेते हैं परंतु यदि आॅनलाइन ट्रांसफर लागू होती है तो इससे न सिर्फ कर्मचारी प्रभावित होंगे बल्कि इस देश की रीड की हड्डी कहे जाने वाले विद्यार्थी भी बहुत प्रभावित होंगे। इस मीटिंग में आल हरियाणा विश्वविद्यालय फेडरेशन के चेयरमैन दयानंद सोनी, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रधान रणधीर कटारिया, उपप्रधान राजेश गिरधर, महासचिव रविंदर लोहिया, सह सचिव रमेश रोहिल्ला, प्रेस सचिव वरुण सैनी, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रधान नीलकंठ शर्मा, गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के प्रधान इंद्राज भारती, चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के प्रधान दिनेश राहड मौजूद रहे।