न्यूयार्क। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) इस समय गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। यूएन के आर्थिक हालातों को इसी बात से समझा जा सकता है कि वहां खर्चे कम करने के लिए एसी, लिफ्ट एलीवेटर आदि बंद कर दिए गए थे। इससे निपटने के लिए एक और रास्ता निकाला गया है कि यूएन मुख्यालय अब वीकेंड (शनिवार-रविवार) पर मुख्यालय को बंद रखने का फैसला लिया गया है। इसे लेकर खुद यूएन ने ट्वीट किया। यूएन ने ट्वीट कर लिखा, न्यूयॉर्क में यूएनएचक्यू बिल्डिंग को अब छुट्टी वाले दिन (शनिवार-रविवार) को कैश की समस्या के कारण बंद रखने का फैसला लिया गया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा साझा किए गए दस्तावेज के जरिए पता चलता है कि 131 सदस्यों में से केवल 34 देशों ने अपने वार्षिक बजट राशि का हिस्सा यूएन को नहीं दिया है। 11 अक्तूबर को संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने बताया था कि भारत उन 35 देशों में शामिल है जिसने यूएन को अपने सभी बकाया का भुगतान समय पर कर दिया है। कनाडा, सिंगापुर, भूटान, फिनलैंड, न्यूजीलैंड और नॉर्वे जैसे देशों ने यूएन को अभी तक बकाए का भुगतान नहीं किया है। संयुक्त राष्ट्र में 193 देश शामिल हैं। इस साल भारत ने यूएन को 23,253,808 यूएस डॉलर का भुगतान किया है। साल 2018-19 में यूएन का बजट लगभग 5.4 बिलियन यूएस डॉलर था। जिसमें शांतिकार्यों वाले अभियानों का बजट शामिल नहीं था।