Aaj Samaj (आज समाज), United Nations General Assembly, न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में कश्मीर का राग अलापने पर भारत ने पाकिस्तान को एक बार जमकर लताड़ लगाई है। पाकिस्तान के केयरटेकर पीएम अनवर उल हक काकर ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर का मसला छेड़ा था। यूएनजीए में भारत की प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने उन्हें इसका करारा जवाब दिया।
सबसे पहले पीओके खाली करे पाकिस्तान: पेटल गहलोत
पेटल गहलोत ने कहा, पाकिस्तान ने पीओके पर अवैध कब्जा कर रखा है और सबसे पहले वह इसे खाली करे। पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर भी कार्रवाई करे और सीमा पर आतंकवाद को शह देना बंद करे। इसके अलावा पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों उल्लंघन पर लगाम लगाई जाए। यूएनजीए में भारत की प्रथम सचिव ने साफतौर पर कहा कि पाकिस्तान दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाला देश है।
उंगली उठाने से पहले अपना घर दुरुस्त करे पड़ोसी मुल्क
पेटल गहलोत ने पाकिस्तान के मनमाने आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर उंगली उठाने की हिमाकत करने से पहले पाकिस्तान को पहले अपना घर दुरुस्त करना होगा। उन्होंने कहा, तकनीकी कुतर्क में उलझने के बजाय, हम पाकिस्तान से मुंबई आतंकी हमलों के अपराधियों के खिलाफ भरोसेमंद व सत्यापन योग्य कार्रवाई करने की अपील करते हैं। 15 साल बाद भी इन हमलों के पीड़िता न्याय का इंतजार कर रहे हैं।
दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान को 3 कदम उठाने की जरूरत
यूएनजीए में भारत की प्रथम सचिव ने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान को तीन कदम उठाने की जरूरत है। पहला, सीमा पार आतंकवाद को रोकना और आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को तुरंत बंद करना है। दूसरा कदम अवैध और जबरन कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को खाली करना है। तीसरा कदम पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों के खिलाफ गंभीर और लगातार हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई करना है। पेटल गहलोत ने कहा, अल्पसंख्यक और महिला अधिकारों के मामले में पाकिस्तान दुनिया के सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड वाला देश है।
हर वर्ष 1,000 महिलाएं अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन व शादी का शिकार
भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का एक ज्वलंत उदाहरण अगस्त-2023 में पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले के जारनवाला में अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय के खिलाफ बड़े पैमाने पर की गई क्रूरता का दिया। यहां 19 लोग मारे गए थे। चर्च नष्ट कर दिए गए और 89 ईसाइयों के घर जला दिए। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों विशेषकर हिंदू, सिख और ईसाइयों की महिलाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है। पाकिस्तान के अपने मानवाधिकार आयोग की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक अल्पसंख्यक समुदायों की अनुमानित 1,000 महिलाएं पाकिस्तान में हर साल अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन और शादी का शिकार होती हैं।
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