संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से सिविल सेवा का परिणाम घोषित किया गया। सिविल सेवा परीक्षा 2019 का फाइनल रिर्जलट घोषित हुआ। इस परीक्षा परिणामों में हरियाणा के सोनीपत जिले के रहने वाले प्रदीप सिंह अव्वल रहे। उन्होंने टॉप किया। यूपीएससी के अनुसार, कुल 829 प्रतिभागियों की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित अन्य लोक सेवाओं के लिए सिफारिश की गई है। जहां हरियाणा के प्रदीप प्रथम स्थान पर रहे तो दिल्ली के जतिन किशोर द्वितीय और यूपी के सुल्तानपुर की प्रतिभा वर्मातीसरे स्थान पर रहीं। यूपीएससी सिविल सेवा के जरिए इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज (आईएएस), भारतीय पुलिस सर्विसेज (आईपीएस) और भारतीय फॉरेन सर्विसेज (आईएफएस), रेलवे ग्रुप ए (इंडियन रेलवे अकाउंट्स सर्विस) सहित अन्य सेवाओं के लिए चयन किया जाता है। बता दें कि सिविल सर्विसेज परीक्षा के तीन चरण हैं। पहला प्रारंभिक दूसरा मुख्य परीक्षा और तीसरा चरण होता है साक्षात्कार। अलग-अलग राज्यों से परीक्षार्थियों ने परीक्षा परिणामों में रैंक हासिल की। नोएडा के सेक्टर 12 निवासी आईआईटी इंजीनियर अपूर्व चौहान ने यूपीएससी में 34 वीं रैंक हासिल की है। हरियाणा में बल्लभगढ़ की बेटी आसिमा गोयल ने यूपीएससी की परीक्षा 65वीं रैंक लाकर उत्तीर्ण की। अपूर्व के माता-पिता दोनों की डॉक्टर हैं। मूल रूप से मेरठ के रहने वाले अपूर्व का परिवार नोएडा में सेक्टर-12 में रहता है। हरियाणा में सोहना के खेड़ला गांव के परीक्षित खटाना ने हासिल की 184वीं रैंक। उनकी माता डॉ आभा चौहान और पिता डॉ सुनील चौहान नोएडा में निजी अस्पताल संचालित करते हैं। बिहार में सारण के लहलादपुर प्रखण्ड के सेंदुआर निवासी आशीष कुमार सिन्हा को यूपीएससी परीक्षा में मिला 53 वां रैंक। 79 वां रैंक हासिल करने वाली दिव्या शक्ति के बाद ये दूसरे सफल व्यक्ति हैं। जबकि झारखंड के धनबाद की डॉक्टर हर्षा प्रियंवदा ने 165 रैंक हासिल की।