गांव में शहीद के नाम पर खेल स्टेडियम बनाने की घोषणा की
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सैनिकों का मान सम्मान बढ़ा : राव इंद्रजीत सिंह
पहले की सरकारें केवल अपने इलाकों तक सीमित रहती थी : राव इंद्रजीत सिंह
सरकार ने लोकल युवाओं के लिए उद्योगों में 75 फ़ीसदी आरक्षण की व्यवस्था की
नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों की बदौलत हम सुरक्षित हैं। इनके कुनबे का ख्याल रखना हम सबकी जिम्मेदारी होती है। यह इलाका हमेशा शहीदों को सम्मान देता आया है। श्री राव आज गांव धोलेड़ा में आजाद हिंद फौज के सिपाही रहे श्योराम यादव व उनकी धर्मपत्नी नंदो देवी की मूर्ति अनावरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव व आरती राव भी मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने ग्रामीणों की मांग पर गांव में शहीद के नाम पर खेल स्टेडियम बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा प्रस्ताव पास करते ही इसकी प्रक्रिया शुरू करवा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सैनिकों का मान सम्मान बढ़ा है तथा उसे ताकत मिली है। यह इलाका फौजियों का इलाका है। ऐसे में यहां के नागरिक सरकार के आभारी हैं।
उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि अगला सैनिक स्कूल मातनहेल में खोला जाए। इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। श्री राव ने कहा कि पहले जो भी सीएम होते थे वे अपने इलाके के विकास तक ही सीमित रहते थे। यह पहली सरकार है जिसने दक्षिणी हरियाणा की सुध ली है। नेशनल हाईवे का जाल बिछाने से यहां की तस्वीर बदली है। यह प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच का नतीजा है। जहां नेशनल हाईवे बनते हैं वहीं पर उद्योग लगते हैं और इलाके का विकास होता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उद्योगों में स्थानीय युवकों को नौकरी मिले इसके लिए सरकार ने लोकल युवाओं के लिए 75 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की है। यह उद्योगपतियों की जिम्मेदारी बनती है कि जहां की जमीन ली है वहां के युवाओं को नौकरी दे। सरकार ने इसके पुख्ता प्रबंध किए हैं।
उन्होंने कहा कि दक्षिणी हरियाणा में डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनकर तैयार हो चुका है। अब इंटीग्रेटेड मल्टीपरपज इंडस्ट्रियल हब बनने के बाद रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। इसका काम भी अंतिम चरण में है। श्री राव ने कहा कि केंद्र सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में भी बड़ा कार्य किया है। रेवाड़ी के माजरा गांव में एम्स खुलना इस बात का प्रमाण है। प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में ढांचागत सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही हैं। कार्यक्रम में मनीष मित्तल ने मंच संचालन किया। समारोह में पूर्व विधायक विमला चौधरी, हंसराज यादव, राव होशियार सिंह, छत्रपाल रावत, पूर्व चेयरमैन जेपी सैनी, प्रोफेसर रोशन लाल, बाबू लाल पटीकरा, अनिल यादव, ज्ञानी पटवारी, अभय सिंह सरपंच, सतबीर गहली, दिनेश मास्टर, धर्मवीर यादव झूक, रामेश्वर पहलवान, तेज प्रकाश, ओपी मेहता, वीरपाल नीरपुर, लक्ष्मी सैनी के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
राव साहब ने हमेशा इलाके के लिए संघर्ष किया : ओमप्रकाश यादव
प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि आई एन ए के सिपाही रहे श्योराम यादव की मूर्ति का अनावरण ऐसे हाथों से हुआ है जिनके पूर्वजों ने हमेशा इलाके के हक की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि 1857 की क्रांति से लेकर आजादी तक तथा आजादी के बाद इस इलाके के हकों के लिए राव साहब के पूर्वज हमेशा आगे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सब हमारे ऐसे पूर्वजों को सलाम करते हैं। उन्होंने कहा कि इस परिवार ने लोगों को सामाजिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए शैक्षणिक संस्थाएं खोली तथा किसानों को मजबूत बनाने के लिए गौशाला खोली है। इस इलाके को हमेशा संकट से उबारने में राव साहब आगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि इलाका का प्रत्येक व्यक्ति जानता है और इस बात के लिए निश्चित है कि जब भी इलाके पर कोई समस्या आएगी तो केंद्रीय मंत्री इंद्रजीत सिंह तुरंत इलाके के लोगों के लिए खड़े हो जाएंगे इतिहास इस बात के लिए गवाह है जब कोई इलाके को जरूरत हुई तो राव इंद्रजीत सिंह ने इलाके के हितों की पैरवी की
ओमप्रकाश यादव ने किया केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का स्वागत
प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के जिले में आगमन पर पटीकरा के नजदीक हाईवे पर फूल मालाओं के साथ स्वागत किया। यहां पर केंद्रीय मंत्री ने कई देर तक मौजूद कार्यकर्ताओं से बातचीत की तथा उनका हालचाल जाना। इसके बाद यह काफिला उनके आगे-आगे गांव धोलेड़ा तक पहुंचा। इस मौके पर भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।
स्वर्गीय श्री श्योराम यादव की जीवनी
स्वर्गीय श्री श्योराम यादव का जन्म सन 1921 में हुआ था। 10 अगस्त 1940 को वह भर्ती हुए थे तथा सन 1942 को आजाद हिंद फौज में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की अगुवाई में भर्ती हुए। नौकरी के दौरान वह फ्रांस, मिश्र, इटली, हॉलैंड, बर्मा व अमेरिका में रहे। इसके बाद वह सन 1946 में घर आए। श्योराम यादव को अंग्रेजों ने 9 महीने बहादुरगढ़ जेल में रखा। इसके बाद वह सन 1951 में डिफेंस सिक्योरिटी कोर में भर्ती हुए। डिफेंस सिक्योरिटी कोर से 10 अगस्त 1976 को सेवानिवृत्त हो गए। 2 अप्रैल 2018 को स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय श्री श्योराम यादव का देहांत हो गया। श्री श्योराम यादव की धर्मपत्नी सन 1940 से 1946 तक अपने विश्वास पर अपने ससुराल रही। उन्होंने कहा कि जब तक मेरे पति का पता नहीं चल जाता तब तक मैं दूसरी शादी नहीं करूंगी।
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