मनोज वर्मा, कैथल:
शिक्षा और स्कूलों को बचाने के लिए जन शिक्षा अधिकार मंच द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन आज 59 वें दिन भी जारी रहा। जन शिक्षा अधिकार मंच के जिला संयोजक सतबीर गोयत, हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के जिला प्रधान जितेंद्र करोड़ा, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान सुरेश द्रविड़ व राजेश बेनीवाल, किसान सभा के जिला प्रधान महेंद्र सिंह, सीटू के सत्यवान ने कहा कि हरियाणा सरकार स्कूली शिक्षा को तहस-नहस करके स्कूलों को बंद करना चाहती है।
कन्या माध्यमिक विद्यालयों को बंद कर दिया गया
जिससे बच्चों की शिक्षा और नौजवानों का रोजगार खत्म होगा। सरकार मर्जर के नाम पर एक झटके में लगभग 5000 स्कूलों को पहले चरण में बंद कर रही है। जिससे 40000 पद समाप्त होंगे। पूरे प्रदेश में आठवीं तक के सभी कन्या माध्यमिक विद्यालयों को बंद कर दिया गया है। लेकिन लोगों को गुमराह करने के लिए मर्जर का नाम दिया जा रहा है। शिक्षा और स्कूलों को बचाने की आवाज उठाने वाले अध्यापकों पर राजद्रोह जैसे संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। जन शिक्षा अधिकार मंच के जिला संयोजक सतवीर गोयत को निलंबित कर दिया गया। जन शिक्षा अधिकार मंच 25 नवम्बर को खंड गुहला में प्रर्दशन करेगा।
59वें दिन के पड़ाव पर मौजूद रहे
अध्यापक, कर्मचारी, किसान, मजदूर, छात्र और नौजवान मिलकर स्कूलों की बचाने की लड़ाई लड़ेंगे और किसी भी कीमत पर जनविरोधी शिक्षा विरोधी नीतियों को लागू नहीं होने देंगे। आज 59वें दिन के पड़ाव पर संदीप छोत, बलवंत सिंह जखोली, शमशेर कालिया, शिवचरण कसान, हजूरा राम सोंगरी, अभेराम कसान, टीपू सांवरिया, जयप्रकाश शास्त्री, अशोक शास्त्री, संदीप डीपी, निर्मेल सिंह, विजेंदर,जयपाल गिल, कली राम प्योदा, आजाद सिंह, मास्टर रामशरण, महेंद्र सिंह, वजीर सिंह, साधु राम, राजेश कुमार धनोरी, रामकुमार कसान, मंगल राम, राजपाल अलेवा आदि मौजूद रहे।
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