प्रवीण वालिया, करनाल :
गुरु नानक खालसा कॉलेज में स्वावलंबी भारत अभियान के तहत जिला रोजगार सृजन केंद्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने रिबन काटकर किया। जबकि अध्यक्षता कॉलेज प्रबंधन समिति के प्रधान स. कंवरजीत सिंह प्रिंस ने की और विशिष्ट अतिथि के रूप में संजीव चावला, निदेशक एमएसएमई उपस्थित रहे। इस अवसर पर एक रोजगार परक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें उद्योग जगत, बैंक व अन्य क्षेत्रों के गणमान्य लोग, स्टाफ तथा विद्यार्थियों ने भाग लिया। कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि उनका सन् 1978 से ही कॉलेज से नाता रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत एक युवा देश है तथा भारत में लगभग 37 करोड युवा हैं। भारत विश्व की छठी सबसे बडी अर्थव्यवस्था है और आने वाले 2027 तक उम्मीद है कि भारत विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
विद्यार्थी शिक्षा के साथ साथ रोजगार प्राप्त कर सकेंगे
उन्होंने कहाकि विश्व के टॉप 10 आईटी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भारतीय हैं। आत्मनिर्भर भारत के तहत रोजगार लेने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें। कॉलेज प्रबंधन समिति के प्रधान कंवरजीत सिंह प्रिंस ने मुख्य अतिथि डा. सोमनाथ सचदेवा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कॉलेज रोजगार परक शिक्षा की तरफ अग्रसर है। शिक्षा को बढावा देने के लिए वित्तिय सहायता को बढावा मिलना चाहिए। कॉलेज के प्राचार्य डा. गुरिंद्र सिंह ने सभी का स्वागत किया एवं कॉलेज की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रोजगार केंद्र के माध्यम से विद्यार्थी शिक्षा के साथ साथ रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।
50 गांवों को रोजगार के अवसर प्रदान
जल्द ही जिला के 50 गांवों को गोद लेकर रोजगार के अवसर प्रदान के सार्थक प्रयास किए जाएंगे। एमएसएमई के निदेशक संजीव चावला ने विचार रखे तथा रोजगार केंद्र के नोडल अधिकारी कपिल मदान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का संचालन डा. देवी भूषण ने किया। इस अवसर पर मनोज अरोडा, देवेन्द्र अरोडा, सुरेश पुरी, डा. संतोष कुमार, डीएवी कॉलेज के प्राचार्य डा. आरपी सैनी, डा. रामपाल, प्रो. शशि मदान, प्रो. अंजू, डा. कृष्ण अरोडा, प्रो. अजय, डा. बीर सिंह व भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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