गगन बावा, गुरदासपुर:
पंजाब स्टूडेंट यूनियन ने वित्त सचिव बलजीत सिंह धर्मकोट और प्रदेश नेता मोहन सिंह औलख के आवास पर नवांशहर और मोगा पुलिस द्वारा की गई छापेमारी की कड़ी निंदा की है। इस अवसर पर पीएसयू के प्रदेश उपाध्यक्ष अमर क्रांति और जिला नेता मणि भट्टी ने कहा कि तालाबंदी के दौरान लोगों को होने वाली समस्याओं के खिलाफ, सरकार की खराब व्यवस्था के खिलाफ और शहीद भगत सिंह का जन्मदिन मनाने के लिए छात्र नेताओं पर पर्चे दाखिल किए गए थे। नवांशहर पुलिस प्रशासन की यह छापेमारी किसी भी तरह से जायज नहीं है क्योंकि विरोध की हर आवाज को किसी न किसी तरह से दबाया जा रहा है, जो अलोकतांत्रिक है।
नेताओं ने कहा कि जिस तरह दिल्ली किसान आंदोलन में लोग अपनी जायज मांगों को लेकर बैठे हैं, उसी तरह दिल्ली पुलिस प्रशासन द्वारा पर्चे दर्ज करना सरकार के फासीवादी स्वभाव की अभिव्यक्ति है। संविधान के अनुच्छेद 19 के तहत प्रत्येक नागरिक को अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार द्वारा छात्र नेताओं के घरों पर फिर से छापा मारा गया तो यूनियन संघर्ष करेगी, जिसके लिए खुद प्रशासन जिम्मेदार होगा।