जगदीश, नवांशहर :
सिविल सर्जन डॉ. देविंदर ढांडा के दिशा निर्देशों के तहत जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. राकेश चंद्रा ने आज नवांशहर और बलाचोर क्षेत्र के 6 निजी अल्ट्रासाउंड स्कैन सेंटरों का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने अल्ट्रासाउंड स्कैन सेंटरों के रिकॉर्ड की भी जांच की। इस मौके पर उनके साथ स्वास्थ्य कर्मी हरनेक सिंह और नेहा भी मौजूद थे।
अल्ट्रासाउंड स्कैन केंद्रों की जांच
इस अवसर पर जिला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. राकेश चंद्रा ने कहा कि जिले में पीसीपीएनडीटी. अधिनियम के तहत भ्रूण हत्या जैसी घटना से निपटने के लिए अल्ट्रासाउंड स्कैन केंद्रों की लगातार जांच की जा रही है।
जिला परिवार कल्याण अधिकारी ने आगे बताया कि जिले के भीतर पीसीपीएनडीटी. अधिनियम को सख्ती से लागू किया जा रहा है और अधिनियम का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि गर्भावस्था के दौरान लिंग परीक्षण करना और कराना दोनों ही अपराध है। इस अपराध में शामिल डॉक्टर से लेकर परीक्षक और परीक्षा आयोजित करने वाले व्यक्ति को समान रूप से दोषी माना जाता है और दोषी पाए जाने पर कम से कम तीन साल की कैद हो सकती है।
कानून का उल्लंघन करने वालों पर पैनी नजर
डॉ। चंद्रा ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या मानवता के लिए अभिशाप है और इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग सख्त कदम उठा रहा है. उन्होंने बताया कि पीसीपीएनडीटी. कानून का उल्लंघन करने वालों पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर है।
लिंग निर्धारण परीक्षण करने वाले केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई
उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई को मिटाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से गंभीर है, जिसके लिए जिले में पी.सी. पीएनडीटी कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान को गति देने के लिए पंजाब सरकार ने लिंग निर्धारण परीक्षण कराने वाले केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है। पीएनडीटी फर्जी मरीज को एक लाख रुपये और मुखबिर को 50 हजार रुपये का इनाम अधिनियम के पंजीकरण पर देने की घोषणा की गई है, जिसके बाद स्कैनिंग केंद्रों के प्रदर्शन में काफी हद तक सुधार हुआ है, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग ने ले लिया है. और कड़े कदम उठाए जा रहे हैं और स्कैनिंग केंद्रों की लगातार जांच की जा रही है।
जिला परिवार कल्याण अधिकारी ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि आइए हम सब मिलकर भ्रूण हत्या के कलंक को मिटाने का संकल्प लें।
ये भी पढ़ें : हरियाणवीं-पंजाबी गीतों पर थिरके विद्यार्थी