नई दिल्ली। पूरा देश आज पुलवामा हमले मारे गए चालीस जवानों को याद कर श्रद्धांजलि दे रहा है। लेकिन एक व्यक्ति ने इन शहीदों के अनोखे और यादगार अंदाज में श्रद्धांजलि दी। बेंगलुरु के निवासी उमेश गोपीनाथ जाधव के पुलवामा शहीदों को जिस अंदाज में याद किया वह सभी के दिलों को छू गया। पिछले सालभर में उमेश सभी 40 शहीद जवानों के घर गए और उनके गांव से मिट्टी इकट्ठा की। इसके लिए उन्होंने 61 हजार किलोमीटर की यात्रा की। यही वजह है कि श्रीनगर में सीआरपीएफ के लेथपोरा कैंप शहीदों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में आज उन्हें खास मेहमान के तौर पर बुलाया गया। दरअसल उमेश पिछले साल चौदह फरवरी को अजमेर में एक म्यूजिक कंसर्ट के बाद बेंगलुरु में अपने घर के लिए लौट रहे थे। जयपुर एयरपोर्ट पर उन्होंने टीवी पर लगातार इस हमले की तस्वीरें देखीं। उन्होंने इस दिल को हिला देने वाली घटना को देखकर तय किया वह शहीद परिवारों के लिए कुछ करेंगे। बस उन्होंने इसके लिए तय कि और पूरे साल वह सभी शहीदों के घर गए और वहां की मिट्टी उन्होंने एकत्रित की। जाधव ने लेथपुरा कैम्प में संवाददाताओं को बताया कि मुझे शहीदों के घरों से मिट्टी लेने के लिए न ही कोई डोनेशन मिला और न ही स्पोनशरशिप की गई थी। मेरा उद्देश्य हमले में शहीद जवानों को सम्मान और श्रद्धांजलि देना था। मैंने मिट्टी इकट्ठी करने के लिए 61 हजार किलोमीटर की यात्रा की। ये मिट्टी उनकी मातृभूमि की है। उन्होंने आगे कहा- ह्लमुझे गर्व है कि मैंने पुलवामा हमले के सभी शहीदों के परिजनों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। पैरेंट्स ने अपने बेटे खोए, पत्नी ने अपने पति खोए, बच्चों ने पिता और दोस्तों ने अपने दोस्त खोए। मैंने मिट्टी उनके घर और श्मशान से उठाए।